चंडीगढ़ः हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्तूबर को सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उनकी आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार ने सीएम नायब सिंह सैनी को एक पत्र लिखकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पति पूरन कुमार के 8 पेज का विस्तृत सुसाइड नोट और औपचारिक शिकायत करने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
सीएम सैनी को लिखे पत्र में उन्होंने अपने पति पूरन कुमार के सुसाइड नोट का हवाला देते हुए लिखा कि उनके “उत्पीड़न, अपमान और मानसिक यातना” में शामिल उच्च अधिकारियों के सभी विवरणों को चंडीगढ़ पुलिस ने उनकी मृत्यु के कई दिनों बाद भी नजरअंदाज किया है।
पूरन कुमार की पत्नी जापान में थीं
पूरन कुमार की पत्नी घटना के समय जापान में थीं। वह सीएम सैनी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थीं। उन्होंने बताया कि इस घटना के समय वह जापान में आधिकारिक ड्यूटी पर थीं। उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट और वसीयत मिलने के बाद उन्होंने अपने पति को 15 बार कॉल की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने छोटी बेटी को फोन किया। इसके बाद बेटी को पूरन कुमार का शव बेसमेंट में मिला।
पत्नी अमनीत कुमार ने दावा किया कि उनके पति की मौत उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों की ओर से सुनियोजित उत्पीड़न किए जाने के कारण हुई है। उन्होंने पुलिस के सामने शिकायत दर्ज कराई और रोहतक के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक उच्च अधिकारी के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 और एससी एसटी एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
गौरतलब है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार ने 7 अक्तूबर को आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने कथित तौर पर अपने बेसमेंट में सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी। पुलिस ने आठ पन्नों का सुसाइड नोट बरामद किया था जिसमें उन्होंने अपने करियर के दौरान होने वाली परेशानियों का जिक्र किया था।
उन्होंने इस नोट में वरिष्ठ अधिकारियों पर “मानसिक प्रताड़ना” का आरोप लगाया था।
शराब ठेकेदार ने हेड कांस्टेबल के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत
लाइव हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक, रोहतक में एक शराब ठेकेदार ने हेड कांस्टेबल के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, यह रिश्वत हेड कांस्टेबल ने पूरन कुमार के नाम पर मांगी थी। पुलिस ने इस बीच हेड कांस्टेबल सुशील कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
पूरन कुमार 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और 2033 में वह अपने पद से रिटायर होते। बीते महीने 29 सितंबर को उनका तबादला पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में किया गया था। इससे पहले वह रोहतक रेंज के महानिरीक्षक के पद पर तैनात थे।
पूरन कुमार ने सिस्टम में रहते हुए व्याप्त खामियों के बारे में लिखा। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी लिखा। उन्होंने सीएम नायब सिंह सैनी को पत्र लिखा था जिसमें आरोप लगाया था कि आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति में केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों को दरकिनार कर दिया गया था।