Friday, October 10, 2025
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प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के ‘शारीरिक और मानसिक’ स्वास्थ्य पर सवाल उठाते हुए भाजपा को क्या ‘चेतावनी’ दी है?

नई दिल्ली: बिहार में अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू करने जा रहे प्रशांत किशोर ने दावा किया कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘शारीरिक और मानसिक रूप से’ फिट नहीं हैं। साथ ही किशोर ने आरोप लगाया कि भाजपा केवल केंद्र में अपनी सरकार चलाने के लिए उन्हें प्रचारित कर रही है। किशोर ने कहा कि नीतीश का साथ देने के लिए बिहार में भाजपा का भी वही हश्र होगा जो लालू प्रसाद के ‘जंगलराज’ को लागू रखने में मदद के लिए कांग्रेस का हुआ।

राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने समाचार एजेंसी पीटीआई से एक इंटरव्यू में कहा कि नीतीश कुमार के स्वास्थ्य के बारे में उनका आकलन सार्वजनिक जीवन से मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति और कई ज्वलंत मुद्दों पर उनकी चुप्पी को देखते हुए हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि चाहे वह बाढ़ का मुद्दा हो या भूमि सर्वेक्षण पर विवाद या फिर स्मार्ट मीटर लगाए जाने को लेकर चल रही बहस, नीतीश चुप्पी बनाए हुए हैं।

प्रशांत किशोर ने कहा, ‘बिहार में एक बड़ा वर्ग सोच रहा है कि क्या नीतीश कुमार बिहार को नेतृत्व प्रदान करने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से फिट हैं।’

‘राजनीति के आखिरी चरण में हैं नीतीश कुमार’

किशोर ने दावा किया कि हर कोई जानता है कि नीतीश कुमार अपनी राजनीति के आखिरी चरण में हैं और उनके नाम पर चुनाव नहीं जीता जा सकता। उन्होंने कहा, ‘यहां तक ​​कि उनके समर्थक भी जानते हैं कि अपनी मौजूदा शारीरिक, मानसिक और राजनीतिक स्थिति में वह किसी भी तरह से बिहार जैसे राज्य को चलाने की स्थिति में नहीं हैं।’

उन्होंने कहा, ‘बिहार के लोगों ने 2020 के चुनावों में भी ऐसा ही संदेश दिया था, जब जदयू केवल 42 सीटें जीत सकी थी और भाजपा की 74 और मुख्य विपक्षी पार्टी राजद की 75 सीटों से काफी पीछे रह गई थी।’

किशोर ने इससे पहले आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार ने पूरा प्रशासन अपने दो-चार सलाहकारों को सौंप दिया है और राज्य में अधिकारियों का ‘जंगल राज’ है।

दिलचस्प बात ये है कि ऐसी बाते वो प्रशांत किशोर बोल रहे हैं जिन्होंने एक समय नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने में मदद की थी। किशोर इसके बाद में सितंबर 2018 में जनता दल (यूनाइटेड) में पार्टी के उपाध्यक्ष के तौर पर शामिल हो गए थे। हालांकि, जल्द ही ये रिश्ता टूट गया और अब प्रशांत किशोर का जन सुराज अभियान एक नई पार्टी का रूप ले रहा है। किशोर की बिहार की राजनीति में एंट्री से क्या वाकई समीकरण बदलेंगे, ये भी देखने वाली बात होगी।

भाजपा पर भी हमलावर प्रशांत किशोर

बहरहाल, किशोर भाजपा पर भी हमला जारी रखे हुए हैं। उन्होंने भाजपा पर अपनी राजनीतिक मजबूरियों और लाभ के लिए बिहार को परेशानी में धकेलने का आरोप लगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए बिहार के लोग भाजपा को सबक सिखाएंगे।

किशोर ने कहा, ‘यह बीजेपी की मजबूरी है कि उसे दिल्ली में अपनी सरकार चलाने के लिए बिहार में नीतीश कुमार को सत्ता में बनाए रखा है। भाजपा को उसके किये की सजा मिलेगी। कांग्रेस ने लालू प्रसाद को 15 साल तक ‘जंगल राज’ चलाने में मदद की। बिहार की जनता ने कांग्रेस को पूरी तरह से उखाड़ फेंका।’

किशोर ने कहा, ‘भाजपा का भी यही हश्र होगा।’ भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी देश भर में अन्य पार्टियों को किसी न किसी तरह से तोड़ देती है, लेकिन जदयू से कहीं ज्यादा सीट होने के बावजूद उसने बिहार पर नीतीश कुमार को ‘थोपने’ का काम अपने फायदे के लिए किया है।

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