प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल (13 सितंबर) पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के दौरे पर होंगे। मणिपुर के मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 13 सितंबर को राज्य की यात्रा की आधिकारिक घोषणा की। मणिपुर में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लागू है। मुख्यमंत्री रहे एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद से ऐसी स्थिति है।
बहरहाल, प्रधानमंत्री की यात्रा के बारे में पत्रकारों को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए राज्य सरकार की ओर से एक बयान देना चाहूंगा’
उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार मणिपुर के पहाड़ी और घाटी दोनों जगहों के लोगों के प्रयासों की सराहना करती है, जो राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं।’ गोयल ने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री का राज्य का दौरा राज्य में शांति, सामान्य स्थिति और तीव्र विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। प्रधानमंत्री 13 सितंबर को मणिपुर पहुँचेंगे।’
पीएम मोदी का मणिपुर दौरा, क्या है कार्यक्रम?
एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी सुबह लगभग 11:30 बजे चुराचांदपुर पहुँचेंगे। वह सबसे पहले आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों (आईडीपी) से बातचीत करेंगे। इसके अलावा कई बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और स्टेट पीस ग्राउंड में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। चुराचांदपुर जिला हिंसा के दौरान बुरी तरह प्रभावित रहा था।
बाद में पीएम मोदी दोपहर लगभग 2 बजे कांगला जाएँगे। यहां वे फिर से आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से बातचीत करेंगे। गौरतलब है कि दो साल की हिंसा में मणिपुर में हजारों लोगों को अपना घर-बार छोड़ना पड़ा है और वे विस्थापित हुए हैं। पीएम मोदी यहां विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे और एक अन्य जनसभा को संबोधित करेंगे। इन परियोजनाओं में 7,300 करोड़ रुपये के कार्यों का शिलान्यास और 1,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन शामिल है।
बयान में कहा गया है, ‘ये पहल राज्य के विकास और कल्याण के लिए माननीय प्रधानमंत्री की निरंतर प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शाती हैं।’ इसमें मणिपुर के लोगों से कार्यक्रम के दौरान उनके स्वागत में शामिल होने का आह्वान किया गया है।
राज्य सरकार की ओर से पीएम मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर परामर्श भी जारी किया गया है। इसमें लोगों से 12 साल से कम उम्र के बच्चों या बीमार व्यक्तियों को रैली स्थल पर लाने से बचने को कहा गया है। साथ ही लोगों से चाबी, कलम, लाइटर, माचिस, नुकीली वस्तु या हथियार आदि भी नहीं लाने को कहा गया है।
क्यों चर्चा में है मणिपुर का दौरा
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर पिछले दो साल में घातक जातीय हिंसा के दौर से गुजरा है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का ये दौरा चर्चा में है। विपक्ष पिछले दो सालों में लगातार आरोप लगाता रहा है कि पीएम मोदी मणिपुर क्यों नहीं गए। राज्य में प्रधानमंत्री मोदी चूड़ाचांदपुर के पीस ग्राउंड से 7,300 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जहाँ कुकी बहुसंख्यक हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी मैतेई बहुल इंफाल में 1,200 करोड़ रुपये की लागत वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।
मणिपुर सरकार ने गुरुवार शाम को एक बड़ा बिलबोर्ड लगाया था, जिसमें शनिवार को चुराचांदपुर के पीस ग्राउंड और इंफाल के कंगला किले में प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की घोषणा की गई थी। यह होर्डिंग इंफाल के प्रमुख स्थान केसम्पट जंक्शन पर लगाया गया, जो भाजपा के राज्य मुख्यालय के भी नजदीक है।
बताते चलें कि मणिपुर से पहले पहले शनिवार को ही पीएम मिजोरम जाएंगे। पीएम मोदी 13 से 15 सितंबर तक मिजोरम और मणिपुर सहित असम, पश्चिम बंगाल और बिहार का भी दौरा करने वाले हैं। 13 की शाम को पीएम असम पहुंचेंगे और दो दिन वहां होंगे। 15 तारीख को वे पश्चिम बंगाल पहुंचेंगे और फिर इसी दिन बिहार का भी दौरा करेंगे।