दिग्गज फूड जायंट कंपनी नेस्ले ने फिलिप नवरातिल को नया सीईओ नियुक्त किया है। कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा कि वह (फिलिप) पूर्व सीईओ लॉरेंट फ्रेक्स की जगह लेगें। कंपनी के ऊपरी प्रबंधन में यह बड़ा बदलाव है।
नवरातिल की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब स्विस कंपनी ने लॉरेंट को अपनी अधीनस्थ के साथ कथित अफेयर के मामले में निकाल दिया गया है।
नेस्ले ने जारी की प्रेस रिलीज
कंपनी ने इस बाबत एक प्रेस रिलीज जारी की है जिसमें लिखा कि “नेस्ले के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने आज घोषणा की है कि लॉरेंट फ्लेक्स को निकाले जाने के बाद फिलिप नवरातिल को तत्काल प्रभाव से नेस्ले, एस.ए. का सीईओ नियुक्त किया जाता है।”
गौरतलब है कि फ्रेक्स नेस्ले के साथ 1986 से जुड़े थे और दुनियाभर में उन्होंने कई रोल संभाले। कंपनी के इस फैसले के बाद 2 सितंबर, मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके बाद यह गिरावट कम हुई।
फिलिप नवरातिल कौन हैं?
फिलिप नवरातिल ने साल 2001 में नेस्ले के साथ अपना करियर शुरु किया था और कंपनी में उनका दो दशक से ज्यादा का अनुभव हो गया है। 49 वर्षीय नवरातिल के पास इस पद के लिए लंबा समय है। वह अगले 10 सालों के लिए इस पद पर कंपनी में बने रह सकते हैं। उनका कार्यकाल लॉरेंट की तुलना में ज्यादा लंबा रहने की उम्मीद है क्योंकि लॉरेंट अपने पद पर सिर्फ एक साल ही रह सके।
नेस्ले में इस पद पर नियुक्ति पर नवरातिल ने कहा “बोर्ड ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उससे मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं और नेस्ले को भविष्य में आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी लेना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मैं कंपनी की रणनीतिक दिशा और नेस्ले के बेहतर प्रदर्शन को बनाने के लिए बनाई गई कार्ययोजना को पूरी तरह स्वीकार करता हूं।”
2001 में कंपनी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण पद संभाले हैं। उन्होंने बतौर आंतरिक ऑडिटर के रूप में ज्वाइन किया था। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय अमेरिका में कई वाणिज्यिक पदों को निभाया। साल 2009 में कंपनी ने उन्हें होंडुरास में नेस्ले का कंट्री मैनेजर नियुक्त किया था। 2013 में उन्हें कॉफी और पेय पदार्थ बिजनेस का जिम्मा दिया गया। यह जिम्मेदारी उन्हें मैक्सिको के लिए दी गई थी जहां उन्होंने नेस्कैफे ब्रांड को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
फिलिप नवरातिल ने सेंट गैलन यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की है।
स्विटजरलैंड स्थित नेस्ले कंपनी कर रही चुनौतियों का सामना
नेस्ले कंपनी स्विटजरलैंड के वेवे में स्थित है। हालांकि, कंपनी को अन्य खाद्य कंपनियों की तरह कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें वस्तुओं की बढ़ती कीमतें और नकारात्मक प्रभाव भी शामिल है जिससे कंपनी जूझ रही है। इसी साल जुलाई में कंपनी ने कहा था कि कॉफी और कोको में लागत बढ़ने के चलते बढोतरी हुई है।
कंपनी ने एक आंतरिक जांच रिपोर्ट के आधार पर लॉरेंस फ्रेक्स को सीईओ के पद से हटा दिया है। इस रिपोर्ट में यह पता चला था कि फ्रेक्स के अपनी अधीनस्थ के साथ अंतरंग संबंध थे। इसके आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।