इस्लामाबादः पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तान में आई बाढ़ को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने लोगों से देश में आई बाढ़ को अल्लाह के “आशीर्वाद” के रूप में देखने को कहा। उन्होंने पाकिस्तान के निचले इलाके में रहने वाले लोगों से अपील की कि बाढ़ का पानी नाली में न बहनें दें और इसें कंटेनरों में “भंडारित” करें।
पाकिस्तान में आई बाढ़ से लगभग 24 लाख लोग प्रभावित हैं। पंजाब प्रांत में रिकॉर्ड तोड़ मानसूनी बारिश से एक हजार से भी अधिक गांवों में पानी भर गया है।
ख्वाजा आसिफ ने इंटरव्यू में क्या कहा?
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक न्यूज चैनल पर दिए गए इंटरव्यू के दौरान कहा “जो लोग बाढ़ जैसी स्थिति का विरोध कर रहे हैं, उन्हें बाढ़ का पानी अपने घर ले जाना चाहिए।”
आसिफ ने आगे कहा “लोगों को यह पानी अपने घरों में, टबों और बर्तनों में जमा करना चाहिए। हमें इस पानी को एक वरदान के रूप में देखना चाहिए और इसलिए इसे जमा करना चाहिए।”
इस दौरान आसिफ ने छोटे डैम बनाने का सुझाव दिया जो कि जल्दी बनाए सकें। उन्होंने कहा “हम पानी को नाले में जाने दे रहे हैं। हमें इसे स्टोर करना चाहिए।”
ख्वाजा आसिफ का यह अजीबोगरीब बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि लोगों को पानी नाली में जाने के बजाय अपने घरों में स्टोर करना चाहिए।
ख्वाजा आसिफ ने इस दौरान यह भी कहा कि पाकिस्तान के पास बाढ़ पर नियंत्रण पाने का कोई भी सिस्टम नहीं है। उन्होंने बाढ़ को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के लिए कहा कि वे बेवजह प्रदर्शन कर रहे हैं।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सूचना मंत्री अजमा बुखारी ने कहा कि रिकॉर्ड तोड़ बारिश की वजह से आई बाढ़ के चलते 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के डेटा के मुताबिक, 26 जून से 31 अगस्त के बीच में बाढ़ के चलते करीब 854 पाकिस्तान लोग मारे गए हैं, वहीं 1100 से अधिक लोग घायल हैं।
अधिकारियों ने भी दी चेतावनी
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि चिनाब नदी से बहने वाला पानी पंजाब के मुल्तान जिलें में पहुंचने वाला है और रावी नदी से मिल जाएगा। इस बीच पंजाब में पंजनद नदी का बढ़ता जलस्तर 5 सितंबर को अपने चरम पर पहंचने की उम्मीद है। वहीं, सतलुज नदी का पानी सुलेमानकी और हेड इस्लाम की तरफ बढ़ रहा है।
अधिकारियों ने अगले दो दिन और बारिश की संभावना जताई है। इससे राहत कार्य में बाधा हो सकती है और पानी का स्तर और भी बढ़ सकता है।
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संयुक्त राष्ट्र ने भी चेतावनी दी है कि पाकिस्तान में कृषि भूमि में पानी भरने से फसलें नष्ट हो गई हैं जिसके चलते देश में खाद्य संकट और मुद्रास्फीति की चिंताएं हो सकती हैं।
पंजाब प्रांत में आई बाढ़ के बाद प्रशासन लोगों को बचाने और सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिशों में लगा हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक, बीते चार दशकों में पाकिस्तान सबसे भयावह बाढ़ का सामना कर रहा है जिससे कई गांव पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं और फसलें भी बर्बाद हो गई हैं।