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पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने फिर उगला जहर, कश्मीरी आतंकवादियों के समर्थन की कही बात

इस्लामाबादः पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने जम्मू-कश्मीर को लेकर एक बार फिर से जहर उगला है। कराची में पाकिस्तानी नौसेना को संबोधित करते हुए एक भाषण में मुनीर ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को पाकिस्तान द्वारा दिए जाने वाले समर्थन कौ वैध ठहराया है। 

असीम मुनीर ने इस दौरान कश्मीर में आतंकवाद को लेकर राजनैतिक, नैतिक और कूटनीतिक समर्थन जारी रखने की कसम खाई है। मुनीर ने कहा “पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार कश्मीर मुद्दे के न्यायपूर्ण समाधान का प्रबल समर्थक है।” इस दौरान मुनीर ने यह भी कहा कि कश्मीर का ” न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण समाधान ” क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए एक जरूरी शर्त है। 

मुनीर ने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने भारत को दृढ़ प्रतिक्रिया दी।

डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात

मुनीर की यह टिप्पणी उस वक्त आई है जब वह हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलकर आए हैं। मुनीर ने वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्र्ंप के साथ लंच किया था। इसलिए भारत में उनकी इस टिप्पणी को एक उकसावे के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप भी यह कह चुके हैं कि वह भारत-पाकिस्तान के साथ कश्मीर मुद्दे का समाधान करेंगे।

इससे पहले मुनीर ने कश्मीर को पाकिस्तान की “गले की नस” कहा था। इसके अलावा मुनीर ने कहा था कि मुसलमान हिंदुओं से अलग हैं। इस दौरान मुनीर ने यह भी कहा था कि दोनों देशों के बीच यही दो राष्ट्र सिद्धांत की नींव बना। 

अगली पीढ़ी को बताना न भूलें पाकिस्तान की कहानी

असीम मुनीर ने कहा “हमारे पुरखों ने सोचा कि हम हिंदुओं से जीवन के हर संभावित पहलू में अलग हैं। ” मुनीर ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए आगे कहा “हमारा धर्म अलग है, हमारी प्रथाएं अलग हैं, हमारी परंपराएं अभालग हैं, हमारे विचार अलग हैं, हमारी महत्वकांक्षाएं अलग हैं। यहीं से दो राष्ट्र सिद्धांत की नींव रखी गई। हम दो राष्ट्र हैं, एक नहीं।”

मुनीर ने आगे कहा “मेरे प्यारे भाइयों और बहनों और बेटे और बेटियों, कृपया पाकिस्तान की कहानी को न भूलें और अगली पीढ़ी को पाकिस्तान की कहानी बताना न भूलें, इसलिए कि पाकिस्तान के साथ उनका रिश्ता कभी कमजोर न पड़े। भले ही यह तीसरी पीढ़ी हो अथवा चौथी पीढ़ी अथवा पांचवी पीढ़ी, वे जानते हैं कि पाकिस्तान उनके लिए क्या है? “

मुनीर के इस भाषण के कुछ ही दिनों बाद जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। 

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