काठमांडूः नेपाल में चल रहे जेन-जी प्रदर्शन में गाजियाबाद की एक महिला की मौत हो गई। जेन-जी प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, सरकारी दफ्तरों के अलावा होटलों में तोड़फोड़ की और आग लगाई। गाजियाबाद की राजेश गोला अपने पति रामवीर सिंह के साथ नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के लिए गईं थीं। इस दौरान नेपाल में प्रदर्शन शुरु हो गए।
इन प्रदर्शनों के हिंसक होने के बाद दंपति हयात रीगेंसी होटल में 7 सितंबर से रुके थे। इसके दो दिनों बाद प्रदर्शनकारियों ने होटल में आग लगा दी। आग फैलने के बाद इससे बचने के लिए राजेश और रामवीर होटल की चौथी मंजिल की खिड़की से कूद गए। रामवीर तो बच गए लेकिन उनकी पत्नी राजेश की इलाज के दौरान मौत हो गई।
रामवीर अपनी पत्नी का शव लेकर शुक्रवार, 12 सितंबर को घर पहुंचे।
मृतका के पति रामवीर सिंह ने क्या बताया?
इंडियन एक्सप्रेस ने रामवीर के हवाले से लिखा “हम पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा करने के काठमांडू गए थे। उसके बाद हमने मिथिला जाने का निर्णय किया लेकिन हमारे निकलने से पहले कर्फ्यू की घोषणा हो गई। हमने हयात में रुकने का निर्णय किया और वापस होटल लौट आए। 9 सितंबर को प्रदर्शनकारी 6 बजे आए और होटल में आग लगा दी। हम बिल्डिंग से कूद गए लेकिन मेरी पत्नी की इलाज के दौरान मौत हो गई। “
रामवीर ने कहा “किसी ने हमारी मदद नहीं की। न तो दूतावास ने, न सेना ने और न ही पुलिस ने।” उन्होंने कहा “मैं नेपाल दोबारा कभी नहीं जाऊंगा।”
यह भी पढ़ें – रोबोट चलाएंगे सरकार? अल्बानिया बना दुनिया का पहला ऐसा देश जहां कैबिनेट में है ‘AI मंत्री’
रामवीर और राजेश के बेटे विशाल सिंह गोला ने कहा कि उनके माता-पिता 7 सितंबर को नेपाल गए थे। 10 सितंबर को रात करीब 12 बजे हमें पता चला कि जिस होटल में वे लोग ठहरे थे, उसमें आग लगा दी गई है…मेरे पिता ने खिड़की का शीशा तोड़ दिया और वे एक चादर लेकर नीचे कूद गए।
अन्य लोगों ने क्या बताया?
विशाल ने आगे कहा कि तब तो मेरी मां ठीक थीं लेकिन वे अलग हो गए थे और वह घबरा गईं थीं। अगर मेरे माता-पिता साथ होते तो शायद वे बच जातीं।
विशाल ने दावा किया कि हयात एक बड़ा होटल है। मैंने सोचा था कि वे वहां सुरक्षित होंगे, हमें दूतावास की तरफ से कोई मदद नहीं मिली। हमने उनके शव को वापस लाने के लिए अपने सभी संपर्क इस्तेमाल किए।
वहीं, एक रिश्तेदार विपिन कुमार ने दावा किया कि दंपति के अलग होने के बाद रामवीर को उनकी पत्नी को खोजने में करीब तीन घंटे का समय लगा। उन्होंने दावा किया “जब वह उनसे मिले, तो वह जा चुकी थीं।”
नेपाल का जेन-जी प्रोटेस्ट
नेपाल में 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध के बाद जेन-जी ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती गई। प्रदर्शन हिंसक हो गया और कम से कम 50 लोगों की जान चली गई।
जेन-जी के प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा। अब नेपाल में नई सरकार के गठन को लेकर बातचीत जारी है।