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नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने धनबाद के तालाब से बोरी में बरामद किए 7 मोबाइल फोन व दस्तावेज

धनबाद: नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है। एजेंसी की टीम ने शुक्रवार को धनबाद के सुगमडीह स्थित एक तालाब से मोबाइल फोन से भरा एक बोरा बरामद किया। यह इलाका जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर है।

सीबीआई की टीम शुक्रवार सुबह धनबाद पहुंची थी और एक संदिग्ध पवन कुमार की जानकारी के आधार पर तालाब की तलाशी ली गई। पवन कुमार को धनबाद के सदर थाना क्षेत्र स्थित कंबाइंड बिल्डिंग से हिरासत में लिया गया था।

धनबाद के तालाब से 7 मोबाइल फोन और दस्तावेज बरामद

पवन कुमार से पूछताछ करने के बाद सीबीआई टीम उसे तालाब ले गई, जहां स्थानीय गोताखोरों ने  मोबाइल फोन और कुछ दस्तावेजों से भरा एक बोरा निकाला।

सीबीआई अधिकारियों ने इस बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया, लेकिन सूत्रों ने बताया कि बोरे में कम से कम 7 मोबाइल फोन और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज थे।

जांच एजेंसी ने अब तक धनबाद से कम से कम पांच युवाओं को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।

सीबीआई ने पहले ही नीट-यूजी पेपर लीक मामले में धनबाद से रविंद्र उर्फ ​​अमन सिंह और उसके सहयोगी बंटी को गिरफ्तार कर लिया है। अमन सिंह को पेपर लीक का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है।

खबरों के मुताबिक, अमन सिंह रॉकी के करीबी हैं, जो इस मामले में फरार है। रॉकी संजीव मुखिया का भतीजा है, जो रांची में होटल व्यवसाय में शामिल है।

सूत्रों का दावा है कि पेपर लीक के बाद रॉकी ने नीट पेपर के उत्तर तैयार करने के लिए सॉल्वर की व्यवस्था की थी। रॉकी झारखंड में संजीव मुखिया गिरोह का एक विशेष एजेंट है। रांची और पटना के एमबीबीएस छात्रों को सॉल्वर के रूप में इस्तेमाल किया गया था।

नीट पेपर लीक मामले में अब तक की गिरफ्तारियां

नीट यूजी पेपर लीक मामले में अब तक कुल 19 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें से 13 लोग झारखंड से हैं, जबकि 6 लोग बिहार से गिरफ्तार किए गए थे।

झारखंड से गिरफ्तार किए गए लोग:

  • ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल: एहसानुल हक
  • वाइस प्रिंसिपल और सेंटर कोऑर्डिनेटर: इम्तियाज आलम
  • पत्रकार: जमालुद्दीन
  • गेस्ट हाउस मालिक (हजारीबाग): राज कुमार सिंह
  • प्रथम वर्ष की एमबीबीएस छात्रा (रांची): सुरभि कुमारी
  • अमन सिंह और बंटी (धनबाद): दोनों की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं है।

इससे पहले 23 जून को बिहार से आई ईओयू की टीम ने देवघर से छह लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें बिहार के चार संदिग्ध शामिल थे।

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