एशिया कप (Asia Cup) ट्रॉफी से जुड़ा विवाद लगातार गहराता जा रहा है। इस बीच एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) प्रमुख और पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी ने यूएई बोर्ड को ट्रॉफी सौंपी है। नकवी ‘ट्रॉफी चोरी’ करने के कारण खुद को एक विकट स्थिति में डाल चुके हैं। इस बीच बीसीसीआई दबाव बना रहा है और नकवी के खिलाफ महाभियोग की मांग भी कर रहा है।
इससे पहले नकवी ने एशिया कप के फाइनल मुकाबले के बाद उत्पन्न हुई अराजक स्थिति के लिए माफी मांगी थी। हालांकि, इस दौरान उन्होंने कहा था कि पदक और ट्रॉफी भारतीय टीम को दुबई में एसीसी के कार्यालय से लेनी होगी।
बीसीसीआई ने नकवी को हटाने की मांग की
बीसीसीआई द्वारा नकवी को हटाने की मांग आचरण और प्रोटोकॉल के कथित उल्लंघन से उपजी है। बीसीसीआई के सदस्यों ने यह तर्क दिया है कि नकवी के आचरण से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और एसीसी की प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
एशिया कप ट्रॉफी हालांकि, अब यूएई बोर्ड के पास है। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह कब और कैसे भारत को दी जाएगी? एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि नकवी के खिलाफ मुख्य मुद्दे बीसीसीआई के असंतुष्ट गुट द्वारा उठाया जा रहा है। इसका नेतृत्व वे अधिकारी कर रहे हैं जिन्होंने हाल ही में एसीसी की वर्चुअल बैठक में नकवी का सामना किया था। अधिकारियों ने कहा कि नकवी के कार्यों से सीधे तौर पर पद का दुरुपयोग और खेल मानकों की अवहेलना हुई है।
इसके अलावा मोहसिन नकवी पर जिम्मेदारी संहिता और औपचारिक प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। यह आरोप इसलिए लगाए जा रहे हैं कि नकवी ने एशिया कप विजेता भारतीय टीम को ट्रॉफी सौंपने से इंकार कर दिया था। उनके कार्यों से हितों के टकराव और निष्पक्ष आचरण के उल्लंघन का भी संकेत मिलता है।
यह भी तथ्य है कि मैच के बाद उनके मैदान के बाहर जाने के बाद ट्रॉफी और पदक कथित तौर पर उनके होटल के कमरे में ले जाए गए। इस कदम को भी क्रिकेट जगत में एक चिड़चिड़ापन कृत्य माना गया है।
नकवी ने भविष्य के लिए कायम की खतरनाक मिसाल
इसके अलावा नकवी का यह कृत्य खेल भावनाओं में राजनीति के घालमेल के दर्शाता है और उन्होंने निष्पक्ष प्रमुख के रूप में खेल में अपनी राष्ट्रीयता को आड़े आने दिया। बीसीसीआई के अधिकारियों का कहना है कि उनके कृत्य ने भविष्य में खेल आयोजनों के लिए एक खतरनाक मिसाल कायम की है।
गौरतलब है कि मंगलवार, 30 सितंबर को एसीसी की वर्चुअल बैठक हुई। इसमें बीसीसीआई के प्रतिनिधि राजीव शुक्ला और आशीष शेलार ने नकवी से बात की। इस दौरान बीसीसीआई अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह ट्रॉफी भारत की है क्योंकि वैध विजेता है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि यह किसी की संपत्ति नहीं है।
भारतीय टीम ने 28 सितंबर को एशिया कप के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया था। पूरे टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान की टीमें 3 बार आमने-सामने थीं और तीनों बार भारत ने पाकिस्तान को हराया।