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राजधानी बीजिंग समेत चीन के कई शहरों के धंसने का खतरा, जानें किन देशों में भी है यह संकट और क्या है वजह

हाल में हुए एक नए शोध ने चीन की चिंता बढ़ा दी है। एक स्टडी में यह पता चला है कि चीन के लगभग आधे प्रमुख शहर बहुत ही तेजी से धंस रहे हैं। इसके पीछे जमीन से काफी तेजी से पानी निकालने और लगातार शहरों में बढ़ रहीं नई इमारतों को कारण बताया जा रहा है।

अध्ययन में यह भी खुलासा हुआ है कि बीजिंग और तियानजिन जैसे शहर भूस्खलन के “मध्यम से गंभीर” जोखिम का सामना कर रहे हैं।

केवल चीन ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य देशों और शहरों पर भी इसका खतरा मंडरा रहा है। अमेरिका के ह्यूस्टन, थाईलैंड के बैंकॉक और इंडोनेशिया के जकार्ता भी कुछ ऐसे शहर है जो धीरे-धीरे जमीन में समा रहे हैं। हालांकि जानकारों का मानना है कि इस तरह से शहरों के धंसने के पीछे कई कारण हो सकते हैं।

अध्ययन में क्या पता चला है

जर्नल साइंस में प्रकाशित एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि चीन की 45 फीसदी शहरी जमीन हर साल तीन किलोमीटर धंस रही है। यही नहीं 16 फीसदी अन्य शहरी जमीन को भी हर साल 10 मिलीमीटर से अधिक की दर से जमीन में धंसते हुए पाया गया है।

इस स्टडी को साल 2015 से 2022 के बीच किया गया है जिसमें यह पाया गया है कि चीन के 20 लाख की अबादी वाले शहर इसका शिकार है।

अध्ययन में जिन 82 शहरों का जिक्र किया गया है उनमें यह पाया गया है कि कुछ शहर ऐसे हैं जो काफी तेजी से धंस रहे हैं। यही नहीं हर छह शहर में से एक शहर हर साल 10 मिलीमीटर से भी अधिक धंस रहा है।

शोध के अनुसार, चीन का सबसे बड़ा शहर शंघाई पिछले सदी में तीन मीटर तक धंसा और तब से यह लगातार धंसा जा रहा है। वहीं बीजिंग को लेकर यह भी खुलासा हुआ है यह शहर भी अपने सबवे और हाईवे के पास सालाना 45 मिलीमीटर तक धंस रहा है। ये आंकड़े चीन के लिए चिंता का विषय है।

इन कारणों से चीन में धंस रही है जमीन

इस तरह से चीन में जमीन धंसने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में लाइव साइंस के अनुसार, शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि जिस तरह से भारी संख्या में और लगातार जमीन से पानी बाहर निकाला जा रहा है और चीन के प्रमुख शहरों में नए नए इमारतों की निर्माण हो रहा है, ये इस तरह के भूस्खलन के कारण हो सकते हैं।

शोधकर्ताओं ने बताया कि जिस तरह से नई-नई ऊंची इमारतें बन रही हैं, सड़कों का विस्तार हो रहा है और जमीन के भीतर मौजूद पानी को निकाला जा रहा है, इससे यह भूस्खलन हो रहा है।

शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि कुछ अन्य कारण जैसे प्रत्येक शहर की भूवैज्ञानिक सेटिंग और आधारशिला की गहराई भी इसके कारण हो सकते है। वैज्ञानिकों ने धंसने वाले शहर और पानी के नुकसान के बीच एक मजबूत संबंध भी पाया है जिसे इस भूस्खलन का कारण माना जा रहा है।

क्या कदम उठाए जा सकते हैं

जानकारों की अगर माने तो चीन में धंस रहे शहरों को लेकर विचार करने की जरूरत है। इसके अलावा जमीन के ग्राउंड वाटर को जिस तरीके से और जितनी मात्रा में निकाला जा रहा है, उस पर कंट्रोल करने की जरूरत है।

इस शोध से जुड़े वैज्ञानिक इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे इन जमीन के धंसने की गति को कम किया जा सकता है।

मामले से जुड़े जानकारों का मानना है कि जमीन धंसने के कारण बाढ़ जैसे समस्या भी आ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस कारण जमीन नीचे जाने लगती है और जिस तरीके से पूरे विश्व में जलवायु परिवर्तन हो रहा है, ये सब समस्या बाढ़ के आने की संभावना और अधिक कर देती है।

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