HomeभारतKIIT में छात्रा की आत्महत्या मामले में बैचमेट की हुई गिरफ्तारी

KIIT में छात्रा की आत्महत्या मामले में बैचमेट की हुई गिरफ्तारी

भुवनेश्वरः कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी में 20 वर्षीय नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल के सुसाइड मामले में पुलिस ने एक छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले बीते सोमवार को विश्वविद्यालय में छात्रों ने प्रोटेस्ट किया था। इस प्रोटेस्ट के बाद नेपाली दूतावास को हस्तक्षेप करना पड़ा। गिरफ्तार किए गए छात्र की पहचान आद्विक श्रीवास्तव के रूप में हुई है। यह छात्र लखनऊ का रहने वाला है और तीसरे वर्ष का छात्र है। 

इस घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया और इसमें करीब 500 नेपाली छात्रों ने प्रोटेस्ट किया। प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों ने विश्वविद्यालय की ओर जाने वाली मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया।

इसके बाद प्रशासन ने नेपाली छात्रों से घर वापस जाने को कहा। इसके बाद माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया। हालांकि, प्रशासन को बाद में अपना फैसला वापस लेना पड़ा। 

विश्वविद्यालय ने लिया यू-टर्न

इस मामले  में नेपाली दूतावास के शामिल होने और वहां के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली द्वारा विश्वविद्यालय में दो अधिकारियों को भेजे जाने के बाद प्रशासन ने अपना फैसला वापस लिया है। 

पुलिस ने बताया कि प्रकृति कंप्यूटर साइंस से बीटेक की पढ़ाई कर रही थी। वह हॉस्टल में अपने कमरे में मृत पाई गई थी। पुलिस ने इस मामले में युवक की गिरफ्तारी एयरपोर्ट के बाहर की है। मीडिया रिपोर्ट में ऐसा बताया गया है कि प्रकृति का उससे झगड़ा हुआ था।

उस पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा-108 के तहत मामला दर्ज किया गया। यह धारा आत्महत्या के लिए उकसाने को संदर्भित करती है।  

डीसीपी ने क्या बताया?

भुवनेश्वर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पिनाक मिश्रा ने कहा ” रविवार शाम को हमें सिद्धांत सिगडेल की एक शिकायत मिली कि उसकी कजिन ने अपने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। हमारी वैज्ञानिक टीम ने प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों की मांग पर उसके (प्रकृति) के लैपटॉप और फोन को ले लिया है।”

मृतक छात्रा का परिवार पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को लेने के लिए भुवनेश्वर पहुंच गया है। एफआईआर के अनुसार, शिकायतकर्ता को संदेह है कि युवक उसकी बहन को ब्लैकमेल कर रहा था। इसी के चलते वह यह कदम उठाने को मजबूर हुई। 

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