बेंगलुरु: कर्नाटक के मांड्या जिले के मद्दूर शहर में रविवार रात गणेश मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में पथराव होने से कम से कम 8 लोग घायल हो गए। पुलिस ने हालात को काबू में करने के लिए लगभग 21 लोगों को हिरासत में लिया है और पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया है।
पुलिस के अनुसार, यह घटना रात करीब 8 बजे राम रहीम नगर में एक मस्जिद के पास हुई। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जब सिद्धार्थ नगर 5वीं क्रॉस से गणेश विसर्जन का जुलूस निकल रहा था, तो कथित तौर पर कुछ शरारती तत्वों ने जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया। इसके जवाब में, दूसरे समूह ने भी मस्जिद पर पथराव किया, जिससे दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया।
घटना की सूचना मिलते ही वहां जल्द ही भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी जमा हो गए, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसी दौरान, गणेश विसर्जन समिति के कुछ सदस्यों ने न्याय की मांग करते हुए शहर की एक और मस्जिद के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पुलिस और धार्मिक नेताओं ने संभाला मोर्चा
मामले की गंभीरता को देखते हुए, मांड्या के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मल्लिकार्जुन बालादंडी तुरंत मौके पर पहुँचे। पुलिस अधिकारियों ने दोनों समुदायों के धार्मिक नेताओं के साथ मिलकर शांति बनाए रखने की अपील की और स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया। घायलों को इलाज के लिए मद्दूर शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मांड्या के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालादंडी ने बताया कि दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। एक स्वतः संज्ञान लेकर और दूसरी एक घायल व्यक्ति की शिकायत पर। समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है और आगे और गिरफ्तारियाँ होंगी। अधिकारी ने आगे कहा, सभी को छुट्टी दे दी गई है। एक व्यक्ति को चार टांके लगे हैं, बाकी सभी को मामूली चोटें आई हैं।
शहर में धारा 144 लागू
पुलिस ने एहतियात के तौर पर पूरे मड्डूर शहर में धारा 144 लागू कर दी है और अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन तनाव पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है।
सोमवार को हिंदुत्व संगठनों ने पथराव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए शहर में विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया।
इस बीच, कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने बेंगलुरु में संवाददाताओं को बताया कि मूर्ति विसर्जन के दौरान छोटी-मोटी घटनाएँ हुईं। एक जगह झंडा लाने पर चाकू मारने की कोशिश की गई। एक अन्य स्थान पर, गणपति जुलूस के दौरान लोगों ने कथित तौर पर तीन और चार साल के छोटे बच्चों पर छत से थूका। परमेश्वर ने सोमवार को कहा कि मद्दुर कस्बे में स्थिति नियंत्रण में है।
यह पहली बार नहीं है जब मांड्या में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा हुई है। पिछले साल, नागमंगल में इसी तरह की झड़प हुई थी, जिसमें कई दुकानें जला दी गई थीं और लगभग 2.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। फिलहाल पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।