Friday, October 10, 2025
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कनाडा चुनाव में खालिस्तानी समर्थक जगमीत सिंह की हार, पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ा

Canada Election Results: कनाडा के आम चुनाव में खालिस्तानी आंदोलन की बात करने वाले जगमीत सिंह को बड़ा झटका लगा है। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता जगमीत सिंह को ब्रिटिश कोलंबिया के बर्नबी सेंट्रल सीट पर हार का सामना करना पड़ा है। साथ ही जगमीत सिंह ने पार्टी के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है। जारी मतगणना में एनडीपी के खाते में इस बार 10 से भी कम सीटें आती नजर आ रही हैं।

एनडीपी ने 343 सीटों पर चुनाव लड़ा था। पार्टी ने पिछले चुनाव में 24 सीटों पर कब्जा जमाया था। साथ ही एनडीपी लंबे समय तक जस्टिन ट्रूडो की सरकार को समर्थन भी देती रही थी। ट्रूडो के कार्यकाल में जगजीत सिंह की एनडीपी एक तरह से किंगमेकर बनकर उभरी थी।

जगमीत ने आठ साल तक अध्यक्ष बने रहने के बाद पार्टी प्रमुख का पद छोड़ा है। 46 वर्षीय जगमीत ने हार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैं निराश हूं कि हम अधिक सीटें नहीं जीत सके। लेकिन मैं अपने आंदोलन से निराश नहीं हूं। मैं अपनी पार्टी के लिए आशान्वित हूं। मैं जानता हूं कि हम हमेशा डर के बजाय उम्मीद को चुनेंगे।’ 

जगमीत सिंह: खालिस्तान का समर्थन, भारत का विरोधी

जगमीत सिंह खालिस्तानी राजनीति के मुखर समर्थक रहे हैं। उनके विचार अक्सर खालिस्तानी आंदोलन के उद्देश्यों से जुड़े रहे हैं, जो भारत में एक अलग सिख देश स्थापित करने की बात करता है। पिछले साल ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में नई दिल्ली की संलिप्तता के ओटावा के आरोपों और भारत-कनाडा संबंध खराब होने के बाद जगमीत सिंह पूर्वी पीएम जस्टिन ट्रूडो का जोरशोर से समर्थन करते नजर आए थे। 

ट्रूडो की लिबरल पार्टी ने चार साल तक सत्ता में बने रहने के लिए जगमीत सिंह की एनडीपी का सहारा लिया। हालांकि, पिछले सितंबर में एनडीपी ने ट्रूडो से नाता तोड़ लिया। तब सिंह ने ट्रूडो पर कॉर्पोरेट लालच के आगे झुकने का आरोप लगाया था। 

दूसरी ओर तमाम आशंकाओं के बीच प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के नेतृत्व में लिबरल पार्टी एक बार फिर सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है। ट्रूडो के कार्यकाल तक ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि लिबरल पार्टी के लिए चुनाव में जीत हासिल करना मुश्किल होगा। ट्रूडो के इसी साल की शुरुआत में पीएम पद छोड़ने और कार्नी के कुर्सी संभालने के बाद स्थितियां तेजी से बदली नजर आ रही हैं।

यह समाचार लिखे जाने तक लिबरल पार्टी 167 सीटों पर आगे चल रही है। कंजर्वेटिव पार्टी 145 सीटों पर आगे है। ब्लॉक क्यूबेकॉइस पार्टी 23 सीटों पर आगे है। वहीं, एनडीपी 7 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है।

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