Mehul Choksi: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में लगभग 13,000 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के आरोपी और फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। गौरतलब है कि मेहुल चोकसी को चार महीने पहले बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया था।
चोकसी के प्रत्यर्पण को लेकर भारत सरकार ने बेल्जियम अधिकारियों को विस्तृत आश्वासन पत्र भेजा है। भारत सरकार ने इस पत्र में कहा है कि अगर चोकसी को प्रत्यर्पित किया जाता है तो उसे मुंबई के आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा और वहाँ सभी अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार मानकों का पालन किया जाएगा।
यह आश्वासन पत्र गृह मंत्रालय (एमएचए) के संयुक्त सचिव राकेश कुमार पांडे द्वारा बेल्जियम अधिकारियों को 4 सितंबर को लिखा गया है।
मेहुल चोकसी के लिए आर्थर रोड जेल में क्या खास इंतजाम होंगे
लिखित आश्वासन पत्र में भारत सरकार ने महाराष्ट्र सरकार की एक रिपोर्ट के आधार पर बताया कि मेहुल चोकसी को आर्थर रोड जेल परिसर के बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि उसे न्यूनतम तीन वर्ग मीटर का निजी स्पेस मिलेगा जिसमें फर्नीचर शामिल नहीं होगा।
पत्र में यह भी बताया गया है कि उसके लिए स्वच्छ और मोटा सूती गद्दा, तकिया, चादर और कंबल की व्यवस्था होगी। चिकित्सा कारणों से धातु का फ्रेम या लकड़ी का बिस्तर भी दिया जा सकता है। इसके अलावा, सेल में पर्याप्त रोशनी, हवा और व्यक्तिगत सामान रखने के लिए जगह उपलब्ध होगी।
24×7 चिकित्सा सुविधा और साफ-सफाई का वादा
आर्थर रोड जेल में 20 बिस्तरों वाला एक पूरी तरह से सुसज्जित चिकित्सा सुविधा केंद्र है, जिसमें ईसीजी मशीन भी शामिल है। भारत ने बेल्जियम को आश्वस्त किया है कि चोकसी को दिन-रात चिकित्सा सुविधाएं भी मिलेंगी। इसके अलावा, जेल से 3 किलोमीटर से भी कम दूरी पर एक पूर्ण सरकारी अस्पताल भी है। यदि जरूरत महसूस हुई तो चोकसी को नियमित विशेषज्ञ परामर्श के लिए सरकारी अस्पताल भी भेजा जाएगा।
गृह मंत्रालय के इस पत्र में यह भी कहा गया है कि जेल की कोठरियों की रोजाना झाड़ू-पोंछा किया जाता है और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाता है। इसके अलावा, चोकसी को दिन में एक घंटे से ज़्यादा समय के लिए व्यायाम और मनोरंजन के लिए बाहर जाने की अनुमति होगी।
भारत ने अपने पत्र में यह भी बताया कि मुंबई का मौसम आम तौर पर सुहावना रहता है, इसलिए सेल में हीटिंग या एयर कंडीशनिंग की आवश्यकता नहीं होगी।
गौरतलब है कि चोकसी की जमानत याचिका को बेल्जियम की एक अदालत ने पिछले महीने खारिज कर दिया था।
चोकसी के वकीलों ने बेल्जियम अदालत में उनकी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं, जिसमें कैंसर का इलाज भी शामिल है, का हवाला देकर दलील दी थी कि उन्हें हिरासत में नहीं रखा जाना चाहिए। लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि 24 घंटे चिकित्सकीय देखभाल की व्यवस्था जेल में है।
भारत सरकार का यह विस्तृत आश्वासन पत्र बेल्जियम की अदालत को यह परखने में मदद करेगा कि भारत में चोकसी को मिलने वाली कैद की स्थिति अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों के अनुरूप है या नहीं। अदालत यदि इन व्यवस्थाओं को संतोषजनक मानती है, तो चोकसी को भारत प्रत्यर्पित कर सीबीआई के मुकदमे का सामना करने के लिए सौंपा जा सकता है।
चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पर मुंबई में बैंक अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के जरिए पीएनबी को धोखा देने का आरोप है।