इस्लामाबाद: इमरान खान की बहन ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ‘पूरी तरह से ठीक’ हैं और उनका स्वास्थ्य अच्छा है। दरअसल, कई हफ्तों की कोशिशों के बाद इमरान की बहन को आखिरकार उनसे मिलने की इजाजत मिली। इमरान रावलपिंडी के अदियाला जेल में बंद हैं। पिछले कई हफ्तों से उनके पार्टी के नेता और परिवार के लोग उनसे मिलने की कोशिश में लगे थे। हालांकि, इसकी अनुमति नहीं दी जा रही थी। इसके बाद इमरान खान के स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की अटकलें शुरू हो गई थी। साथ ही पाकिस्तान में इसे लेकर इमरान खान के समर्थकों द्वारा बड़े पैमाने पर प्रदर्शन भी शुरू हो गए थे।
रावलपिंडी की अदियाला जेल के अधिकारियों ने मंगलवार को इमरान की बहन उजमा खानम को उनसे मिलने की अनुमति दी। पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार, उजमा जब जेल में दाखिल हुईं तब कई पीटीआई समर्थक इमरान के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए जेल के बाहर जमा हो गए थे।
मुलाकात के बाद पीटीआई यूएसए ने उजमा खानम के बयान को साझा किया। इसमें उन्होंने कहा, ‘इमरान खान का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है। हालाँकि, उन्होंने कहा कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, और इसके लिए असीम मुनीर जिम्मेदार हैं।’
डॉन के अनुसार उजमा ने बताया कि इमरान खान को पूरे दिन उनके कमरे में ही रखा गया, उन्हें बाहर भी सीमित समय के लिए ही जाने दिया गया और किसी से कोई बातचीत नहीं हुई। उन्होंने बताया कि यह मुलाकात लगभग 30 मिनट तक चली। यह मुलाकात उस दिन हुई जब पीटीआई ने इमरान खान के मुलाकात के अधिकार पर लगाए गए अनुचित प्रतिबंधों के विरोध में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय और अदियाला जेल के बाहर प्रदर्शन की योजना बनाई हुई थी।
इस्लामाबाद हाई कोर्ट के आदेश की अवहेलना
इस्लामाबाद हाई कोर्ट द्वारा सप्ताह में दो बार मुलाकात की अनुमति देने के आदेश के बावजूद परिवार को कई हफ्तों से इमरान खान से मुलाकात की अनुमति नहीं दी गई थी। इससे पहले इमरान की बहन अलीमा खान ने अदियाला जेल अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ अवमानना याचिका दायर की थी, जिसमें अदालत के निर्देशों की बार-बार अवहेलना का आरोप लगाया गया था। याचिका में कहा गया था कि जेल अधिकारियों ने मार्च से परिवार, वकीलों और पीटीआई नेताओं की मुलाकातों पर रोक लगा दी थी। वहीं, जेल अधिकारियों का कहना है कि इमरान का स्वास्थ्य ठीक है।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को लगातार आठवीं बार मुलाकात की अनुमति नहीं मिलने के बाद तनाव बढ़ गया था, और उन्हें जेल के बाहर धरना देना पड़ा। इन पिछले कुछ हफ्तों में पीटीआई लगातार इमरान की स्थिति पर सीधी जानकारी और स्पष्टता की मांग कर रही है।
इमरान की बहनों के साथ मारपीट और प्रताड़ना
पिछले हफ्ते अदियाला जेल के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान पंजाब पुलिस द्वारा इमरान की तीन बहनों को कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने के बाद तनाव और बढ़ गया था। नोरीन नियाजी ने कहा, ‘हमने उनकी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया। हमने न तो सड़कें जाम की, न ही लोगों की आवाजाही में बाधा डाली, और न ही किसी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल रहे। फिर भी, बिना किसी चेतावनी या उकसावे के, इलाके की स्ट्रीट लाइटें अचानक बंद कर दी गईं, जिससे पूरा इलाका अंधेरे में डूब गया। इसके बाद पंजाब पुलिस के जवानों ने एक क्रूर और सुनियोजित हमला किया।’
उन्होंने आगे कहा, ’71 साल की उम्र में, मुझे बालों से पकड़कर जमीन पर पटक दिया गया और सड़क पर घसीटा गया, जिससे मुझे चोटें आईं।’ उन्होंने पुलिस पर अन्य महिलाओं को भी थप्पड़ मारने और घसीटने का आरोप लगाया। इमरान की सलामती को लेकर अफवाहें तब और फैल गईं जब कुछ अफगान मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया कि हिरासत में उनकी मौत हो गई है। इसके बाद उनके बेटे कासिम खान ने अपने पिता के जीवित होने का सबूत मांगते हुए कहा कि इमरान को जेल में बंद हुए 845 दिन हो चुके हैं और उन्होंने कथित तौर पर पिछले छह सप्ताह मौत की कोठरी में बिताए हैं, जहां उन्हें अपने परिवार से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
बताते चलें कि इमरान खान अगस्त 2023 से कई मामलों में जेल में बंद हैं। अधिकारियों ने एक महीने से ज्यादा समय से उन पर सख्त पाबंदियाँ लगा रखी हैं। इमरान की पार्टी पीटीआई ने आरोप लगाया है कि एक सैन्य अधिकारी के दबाव में ये पाबंदियाँ लगाई जा रही हैं, हालाँकि अधिकारी इस दावे से इनकार करते हैं। पार्टी का कहना है कि उजमा खानम को मुलाकात की इजाजत देना सिर्फ एक पहला कदम है और वे इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अदालत के आदेशों के अनुसार अब इमरान खान तक नियमित और निर्बाध पहुँच सुनिश्चित की जानी चाहिए।

