गांधीनगरः गुजरात में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कुछ जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य सरकार ने भी इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। सरकार ने राज्य भर में एनडीआरएफ की 12 और एसडीआरएफ की 20 टीमों की तैनाती की है।
गुजरात सरकार ने नागरिकों से सुरक्षित रहने की बात कही है। नागरिकों से गणेश विसर्जन और रविवार (7 सितंबर) को होने वाले जीपीएससी एग्जाम के दौरान सुरक्षित रहने को कहा गया है।
मुख्य सचिव ने की आपातकालीन बैठक़
राज्य के मुख्य सचिव पंकज जोशी ने एक आपातकालीन समीक्षा बैठक की। यह बैठक स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर (SEOC) गांधीनगर में हुई। इस बैठक में आपातकालीन स्थिति में तैयारियों को लेकर एक आपातकालीन बैठक की गई।
6 और 7 सितंबर को राज्य में भारी बारिश की संभावनाओं के बीच आईएमडी ने शनिवार (6 सितंबर) को बनासकाठा, साबरकांठा, मेहसाना और कच्छ में रेड अलर्ट जारी किया है। इस बीच पाटन, राजधानी गांधीनगर, मोरबी, राजकोट और बोटाड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
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राज्य में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हुई आपातकालीन बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जयंती रवि और राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे उपस्थित रहे।
जोशी ने चौबीसों घंटों में जिला मुख्यलायों में अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित करने और बांधों में जल स्तर प निगरानी रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पानी छोड़ने और निचले इलाको में बसे गांवों को पहले ही खाली करने का निर्देश दिया।
गुजरात में गणेश विसर्जन के दौरान भारी भीड़ की आशंका
गुजरात में गणेश विसर्जन के दौरान भारी भीड़ की आशंका को देखते हुए मुख्य सचिव ने विसर्जन स्थलों के पास भीड़ प्रबंधन पर जोर दिया। जोशी ने भारी बारिश और भीड़भाड़ की दोहरी चुनौती का जिक्र करते हुए कहा “नागरिकों को खतरनाक जलाशयों से दूर रखकर सुरक्षित और सुचारू विसर्जन सुनिश्चित करें।”
वहीं, जीपीएससी परीक्षा को देखते हुए भी ध्यान केंद्रित किया गया और कड़ी सुरक्षा बरतने के आदेश दिए। इस बीच एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को रेड-अलर्ट जिलों में तैनात किया गया है। इसके साथ ही वडोदरा में एक अतिरिक्त एनडीआरएफ टीम भी तैनात की गई है।
इस समीक्षा बैठक में कई अन्य विभागों का सहयोग भी देखा गया। इसमें पशुपालन, कृषि, ऊर्जा, स्वास्थ्य, पंचायत, शहरी विकास, सिंचाई और अन्य विभाग शामिल हुए। इस साल की मानसूनी बारिश में अब तक गुजरात में 98 प्रतिशत की बारिश हो चुकी है और अगले दो दिनों तक और भी बारिश की संभावना है।
इस साल मानसूनी बारिश ने पहाड़ी राज्यों से लेकर मैदानी इलाकों में तबाही मचा रखी है। दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार में नदियां उफान पर हैं। पंजाब में भी इस साल बारिश और बाढ़ के चलते लाखों लोग प्रभावित हैं और बड़े पैमाने पर फसलें बर्बाद हुई हैं।
पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में सैकड़ों लोग मारे गए हैं।