Friday, October 10, 2025
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आईसीएमआर के अनुसार खाना पकाने के लिए किस तरह के बर्तन हैं सुरक्षित, नॉन स्टिक पैन्स के इस्तेमाल पर क्या कहा?

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने हाल ही में लोगों के बेहतर स्वास्थ्य और उनके आहार को लेकर कई जरूरी सलाह दिए थे। आईसीएमआर ने 128 पेज की एक बुकलेट जारी की थी। जिसमें लोगों के उम्र के हिसाब से आहार और उनकी मात्र सहित खाना पकाने के लिए सुरक्षित कुकवेयर की जानकारी प्रदान की थी।

आईसीएमआर ने इसमें बताया है कि मिट्टी के बर्तन खाना पकाने के लिए सबसे उपयुक्त और सुरक्षित कुकवेयर हैं। परिषद ने कहा कि मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करते समय बहुत कम तेल की आवश्यकता होती है। वे पर्यावरण के अनुकूल हैं और भोजन की पोषण सामग्री को बरकरार रखते हैं। आईसीएमआर ने कहा, मिट्टी के बर्तनों में भोजन के माध्यम से गर्मी प्रसारित होती है, जिससे पोषण सुरक्षित रहता है।

एल्यूमीनियम, लोहा, पीतल या तांबा से बने बर्तन 

आईसीएमआर ने एल्यूमीनियम, लोहा, पीतल या तांबा के बर्तन में खाना पकाने को असुरक्षित बताया है। उसके मुताबिक, जब इन धातु के बर्तनों में खाना पकाते हैं या उसमें खाना रखते हैं तो इनके कुछ तत्व भोजन में प्रवेश कर जाते हैं।अचार, चटनी, सांबर, सॉस जैसे अम्लीय खाद्य पदार्थों को एल्यूमीनियम, लोहे, बिना लाइन वाले पीतल या तांबे के बर्तन में रखने से खाद्य पदार्थ खराब हो जाएंगे।

स्टेनलेस स्टील कुकवेयर का प्रयोग, सही या गलत?

आईसीएमआर ने अपनी सलाह में स्टेनलेस स्टील के कुकवेयर के प्रयोग को सुरक्षित बताया है। उसने कहा है कि स्टेनलेस स्टील के बर्तनों को खाना पकाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। ये बर्तन टिकाऊ, गैर-संक्षारक और साफ करने में आसान होते हैं। स्टेनलेस स्टील भोजन के साथ प्रतिक्रिया नहीं करता है, जिससे भोजन में हानिकारक रसायन नहीं बनते हैं।

 नॉन-स्टिक के बर्तन

टेफ्लॉन से लेपित नॉन-स्टिक पैन को 170 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर गर्म करने पर जोखिम होता है। आईसीएमआर ने कहा कि  नॉन-स्टिक बर्तनों को उच्च तापमान पर नहीं गर्म करना चाहिए, क्योंकि इससे उनमें से हानिकारक रसायन निकल सकते हैं। परिषद ने कहा कि  नॉन-स्टिक कुकवेयर के उपयोग और सफाई के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। और जब कोटिंग खराब हो जाए या क्षतिग्रस्त हो जाए तो उन्हें हटा देना चाहिए।

ग्रेनाइट पत्थर के कुकवेयर

आईसीएमआर ने ग्रेनाइट पत्थर के कुकवेयर को पारंपरिक नॉन-स्टिक की तुलना में अधिक सुरक्षित और टिकाऊ माना है। बशर्ते इसमें हानिकारक रसायन न हों।

बार-बार ना धोएं चावल और दाल

वहीं खाना बनाने के सही तरीके को लेकर आईसीएमआर ने चावल और दाल को बार-बार नहीं धोने की सलाह दी है। उसने कहा कि इससे चावल और दाल के कुछ विटामिन व मिनरल नष्ट हो सकते हैं। आईसीएमआर ने कटी सब्जियों और फलों को पानी में नहीं भिगोने की सलाह दी है। इसके साथ ही दाल और सब्जियों को पकाने में बेकिंग सोडा के इस्तेमाल की मनाही की है। माइक्रोवेव में खाना पकाने को आईसीएमआर ने अच्छा विकल्प बताया है। उसने कहा कि  यह विधि कम समय में खाना पकाने के कारण पोषक तत्वों को प्रभावी ढंग से संरक्षित करती है।

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