Friday, October 10, 2025
Homeविश्वगाजा युद्ध विराम समझौते के तहत रविवार को तीन बंधकों को करेगा...

गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत रविवार को तीन बंधकों को करेगा रिहा हमास, अब तक कितनों की हुई रिहाई?

तेल अवीवः हमास ने तीन पुरुष बंधकों के नाम सार्वजनिक किए हैं जिन्हें वो गाजा युद्धविराम समझौते के तहत रविवार को रिहा करेगा। इनकी रिहाई के बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों के एक और ग्रुप को रिहा करेगा। 19 जनवरी को युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह कैदियों के बदले बंधकों की चौथी ऐसी अदला-बदली होगी। 

अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक 54 वर्षीय फ्रांसीसी इजरायली ओफर काल्डेरोन को 7 अक्टूबर हमले के दौरान नीर ओज की इजरायली बस्ती से उनके दो बच्चों के साथ बंदी बना लिया गया था। बच्चों को नवंबर 2023 में रिहा कर दिया गया।

65 वर्षीय अमेरिकी इजरायली कीथ सीगल को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान उनकी पत्नी अवीवा के साथ कफर अजा बस्ती से ले जाया गया था। उनकी पत्नी को नवंबर 2023 में रिहा किया गया था।

35 वर्षीय इजरायली अर्जेंटीनी यार्डेन बिबास को नीर ओज से गाजा में ले जाया गया। हमले के दौरान उनकी पत्नी और दो बच्चों को भी अलग-अलग बंदी बना लिया गया।

रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने दावा किया कि बिबास की पत्नी और बच्चे, जिन्हें गाजा के एक अलग इलाके में रखा गया था, युद्ध के दौरान इजरायली बमबारी में मारे गए।

इन तीनों की रिहाई से अब तक युद्ध विराम समझौते के तहत रिहा किए गए बंधकों की संख्या 18 हो जाएगी। दूसरी तरफ अब तक चार सौ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जा चुका है – जिनमें बम विस्फोटों और अन्य हमलों के लिए लंबी सजा काट रहे लोगों से लेकर बिना किसी आरोप के पकड़े गए किशोर शामिल हैं।

7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे। इस हमले ने एक युद्ध को जन्म दिया जिसने गाजा को तबाह कर दिया है। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के 15 महीने के सैन्य हमले में इस क्षेत्र में 47,460 फिलिस्तीनी मारे गए।

(यह खबर समाचार एजेंसी आईएएनएस फीड द्वारा प्रकाशित है। शीर्षक बोले भारत डेस्क द्वारा दिया गया है)

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा