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GST को लेकर GoM की मीटिंग में किन प्रस्‍तावों पर हुई चर्चा? जानें क्या होगी सस्ती और किसके बढ़ेंगे दाम

नई दिल्ली: जीएसटी पर बने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम-GOM) ने टैक्स रेट में बदलाव की शिफारिश की है। इस सुझाव में आम आदमी के साथ बुजुर्गों को बड़ी राहत देने की बात कही गई है।

हाल ही में बनी 13 सदस्यों वाली जीओएम का नेतृत्व बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने की है। जीओएम ने साइकिल, बोलतबंद पानी और एक्सरसाइज बुक्स पर टैक्स को कम करने और महंगे जूतों और घड़ी पर कर बढ़ाने का सुझाव दिया है।

पिछले महीने जीएसटी परिषद की बैठक में जीओएम की गठन की बात कही गई थी। इसके बाद इसका गठन हुआ है जिसकी आज मीटिंग हुई है। हालांकि इन सुझावों पर दरों को तर्कसंगत बनाने के लिए गठित मंत्रिस्तरीय पैनल 31 अक्टूबर तक जीएसटी परिषद को अपनी सिफारिशें सौंपेगा।

इस संबंध में अंतिम निर्णय जीएसटी परिषद की अगली बैठक में लिया जाएगा। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद ने सितंबर में कैंसर की दवाओं और ‘नमकीन’ (चुनिंदा स्नैक्स) पर जीएसटी घटा दिया था।

जीओएम के सुझावों के कारण सरकार को 22 हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई होगी। इस ग्रपु में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, मेघालय, पंजाब, तमिलनाडु और तेलंगाना के भी सदस्य शामिल थे।

बीमा को लेकर जीओएम ने क्या सुझाव दिए हैं

जीओएम के अनुसार, पांच लाख रुपए तक के कवरेज वाले स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम और लाइफ टर्म जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी में छूट देने की शिफारिश की गई है। हालांकि पांच लाख से अधिक के कवरेज वाले स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर अभी भी 18 फीसदी जीएसटी लेगागा।

ग्रुप ने अपनी शिफारिश में कहा है कि कवरेज की जितनी भी राशि हो इसकी परवाह किए बिना बुजुर्गों के स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर जीएसटी की भुगतान से छूट देना चाहिए।

फिलहाल टर्म पॉलिसियों और फैमिली फ्लोटर के पॉलिसियों में जीवन बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है। अगर जीओएम के सुझावों को जीएसटी परिषद द्वारा मान लिया जाता है तो इसे लागू कर दिया जाता है तो इससे बीमा कंपनियों और पॉलिसीधारकों दोनों पर कर का बोझ कम होगा।

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जूते, घड़ी और पानी के बोलतों के कर के लिए क्या प्रस्ताव दिया है

यही नहीं मंत्री समूह ने 25 हजार रुपए से अधिक कीमत वाली कलाई घड़ियों पर जीएसटी दर 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा है। साथ ही, 15 हजार रुपए से अधिक कीमत वाले जूतों पर भी कर की दर 18 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत की जाएगी।

मंत्री समूह के सदस्यों ने 20 लीटर की पीने के पानी की बोतलों और साइकिलों पर कर की दर को 18 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत करने का भी निर्णय लिया है। सदस्यों ने प्रस्ताव दिया कि एक्सरसाइज नोटबुक पर जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत किया जा सकता है।

दस हजार रुपए से कम कीमत वाली साइकिलों पर भी जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत करने की सिफारिश की गई है। फिलहाल जीएसटी में कर के पांच स्लैब हैं। ये स्लैब 0, 5, 12, 18 और 28 फीसदी हैं।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ

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