Thursday, October 9, 2025
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गाजा शांति योजनाः हमास की प्रतिक्रिया पर प्रमुख देशों ने कैसे रिएक्ट किया है?

गाजा में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना के बाद हमास ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखाई है जिस पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं आई हैं। अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र, इजराइल और यूरोपीय देशों ने इसका स्वागत किया है।

गाजाः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा में इजराइली बंधकों को मुक्त करने और लगभग दो साल से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की योजना पर शुक्रवार, 3 अक्तूबर को हमास की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आई हैं। हमास के इस रुख पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं आई हैं, इन प्रतिक्रियाओं के बारे में जानेंगे।

गौरतलब है कि हमास और इजराइल के बीच यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को तब से शुरू है जब हमास ने इजराइल पर हमला बोला था और इजराइलियों को बंधक बना लिया था।

इजराइल, अमेरिका की क्या प्रतिक्रिया आई?

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि हमास की प्रतिक्रिया के मद्देनजर इजराइल सभी बंधकों की रिहाई के लिए ट्रंप योजना के पहले चरण के तत्काल कार्यान्वयन की तैयारी कर रहा है।

कार्यालय की तरफ से जारी बयान में आगे कहा गया है कि “हम इजराइल द्वारा निर्धारित सिद्धांतों के अनुसार, युद्ध को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति और उनकी टीम के साथ पूर्ण सहयोग से काम करना जारी रखेंगे जो राष्ट्रपति ट्रंप के दृष्टिकोण के अनुरूप है।”

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि “हमास द्वारा अभी जारी किए गए बयान के आधार पर मेरा मानना ​​है कि वे स्थायी शांति के लिए तैयार हैं। इजराइल को गाजा पर बमबारी तुरंत रोकनी चाहिए ताकि हम बंधकों को सुरक्षित और जल्दी से बाहर निकाल सकें!”

उन्होंने एक वीडियो संदेश भी जारी किया जिसमें कहा कि गाजा के भविष्य पर बातचीत में “सभी के साथ उचित व्यवहार किया जाएगा।”

कतर, संयुक्त राष्ट्र, मिस्र ने भी शांति का आग्रह किया

हमास और इजराइल के बीच मध्यस्थता कराने वाले देशों में शामिल कतर की तरफ से भी हमास के रुख पर प्रतिक्रिया आई है। कतर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद-अल-अंसारी ने कहा कि कतर राष्ट्रपति ट्रंप की योजना पर हमास की सहमति की घोषणा का स्वागत करता है। इस दौरान उन्होंने ट्रंप के तत्काल युद्ध विराम के आह्वान का समर्थन भी किया।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियों गुटेरेस ने भी इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने सभी पक्षों से गाजा में दुखद संघर्ष को समाप्त करने के अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया है।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार (UNHR) प्रमुख वोल्कर तुर्क ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह योजना “अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार और मानवीय कानूनों के अनुरूप शत्रुता की स्थायी समाप्ति का मार्ग प्रशस्त करेगी।”

उन्होंने कहा कि यह सभी पक्षों और प्रभावशाली राज्यों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है कि वे सद्भावनापूर्वक आगे बढ़ें और गाजा में नरसंहार और पीड़ा को हमेशा के लिए रोकें और इस पट्टी को मानवीय सहायता से भर दें तथा बंधकों और हिरासत में लिए गए अनेक फिलिस्तीनियों की रिहाई सुनिश्चित करें।

मिस्र ने कहा कि उसे उम्मीद है कि यह सकारात्मक घटनाक्रम सभी पक्षों को राष्ट्रपति ट्रंप की योजना को जमीनी स्तर पर लागू करने और युद्ध को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध होकर जिम्मेदारी के स्तर तक ले जाएगा।

यूरोपीय देशों ने गाजा योजना पर क्या कहा?

फ्रांस के राष्ट्रपित इमैनुएल मैक्रां ने भी इस पहल पर एक्स पर प्रतिक्रिया लिखी। उन्होंने लिखा कि सभी बंधकों की रिहाई और गाजा में युद्धविराम निकट है।

इसी तरह जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्त्ज ने भी कहा कि यह योजना संघर्ष में “शांति के लिए सर्वोत्तम अवसर” का प्रतिनिधित्व करती है और जर्मनी ट्रंप के दोनों पक्षों के आह्वान का पूरी तरह से समर्थन करता है।

वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने हमास की स्वीकृति को एक महत्वपूर्ण कदम बताया और सभी पक्षों से बिना किसी देरी के समझौते को लागू करने का आग्रह किया।

इसी तरह की प्रतिक्रियाएं तुर्की और जॉर्डन की तरफ से भी आई हैं। इन देशों ने भी क्षेत्र में शांति की स्थापना पर बल दिया।

अमरेन्द्र यादव
अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...
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