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गढ़चिरौली में 36 घंटे की मुठभेड के बाद 4 नक्सली ढेर, हथियार समेत अन्य सामान जब्त

गढ़चिरौलीः महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर गढ़चिरौली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। 36 घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ में पुलिस ने चार नक्सलियों को मार गिराया है, जिनमें तीन दलम कमांडर रैंक के माओवादी और एक वरिष्ठ कैडर शामिल हैं। इन पर महाराष्ट्र सरकार ने कुल 14 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उपविभाग भामरागढ़ के अंतर्गत हाल ही में स्थापित पुलिस स्टेशन कावंडे में कुछ माओवादी विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने और जनहानि करने की नीयत से एकत्र होकर घात लगाए बैठे थे। 

इस गोपनीय सूचना के आधार पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) एम. रमेश के नेतृत्व में गढ़चिरौली पुलिस बल के विशेष अभियान दल की 12 टीमें और सीआरपीएफ 113 बटालियन की एक टीम ने संयुक्त अभियान चलाया।

बताया गया कि गुरुवार की दोपहर को कावंडे और नेलगुंडा से डी कंपनी को तत्काल इंद्रावती नदी के किनारे के क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियान चलाने के लिए रवाना किया गया। घने जंगल और खराब मौसम का सामना करते हुए टीम शुक्रवार को सुबह लगभग 7 बजे उक्त जंगल क्षेत्र में पहुंची।

जब पुलिस टीम सर्चिंग अभियान चला रही थी, तभी जंगल में छिपे माओवादियों ने जवानों की हत्या करने और उनके हथियार लूटने की नीयत से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने माओवादियों से हथियार डालकर आत्मसमर्पण करने की अपील की, लेकिन उन्होंने आत्मसमर्पण नहीं किया और पुलिस पर जोरदार हमला कर दिया। 

जवानों ने जवाबी कार्रवाई और आत्मरक्षा के लिए माओवादियों पर फायरिंग की। पुलिस का दबाव बढ़ता देख माओवादी घने जंगल का फायदा उठाकर मौके से भाग गए।

करीब दो घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद जब जवानों ने उक्त वन क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया तो घटनास्थल पर कुल 4 माओवादियों के शव मिले, जिनमें 2 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं।

गढ़चिरौली पुलिस बल ने घटनास्थल से कुल 4 हथियार (एक एसएलआर, दो .303 राइफल और एक भरमार), वॉकी-टॉकी, आपतिजनक सामग्री और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री जब्त करने में सफलता प्राप्त की है।

(यह खबर समाचार एजेंसी आईएएनएस फीड द्वारा प्रकाशित है। शीर्षक बोले भारत डेस्क द्वारा दिया गया है)

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