Thursday, October 9, 2025
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कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी के मालिक जी रंगनाथन को मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई से किया गिरफ्तार

कफ सिरप से मौत का मामला सामने आने के बाद से रंगनाथन गोविंदन फरार थे। उन पर 20,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। मध्य प्रदेश पुलिस ने रंगनाथन को चेन्नई से आधी रात को गिरफ्तार किया।

चेन्नई: मध्य प्रदेश की सात सदस्यीय टीम ने चेन्नई से श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक जी रंगनाथन को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि कंपनी पर मध्य प्रदेश में 21 मौतों से जुड़ी जहरीली कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने का आरोप है। रंगनाथन पर मिलावट, गैर इरादतन हत्या और बच्चों की सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है।

कफ सिरप कांड के बाद से रंगनाथन गोविंदन फरार थे। उन पर बुधवार को 20,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। आखिरकार मध्य प्रदेश पुलिस ने रंगनाथन को चेन्नई से आधी रात को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस अधिकारियों और ड्रग इंस्पेक्टरों की एक टीम 5 अक्टूबर से चेन्नई में थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, टीम ने रंगनाथन की गाड़ियों पर नजर रखा हुआ था और उनके आवास पर भी पुलिस की नजर थी। एक खुफिया जानकारी के आधार पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आधी रात को एक अभियान शुरू किया गया। रंगनाथन को रात करीब 1:30 बजे पकड़ा गया और उनकी कंपनी के कांचीपुरम स्थित कारखाने में ले जाया गया, जहाँ से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।

मध्य प्रदेश पुलिस अब रंगनाथन को छिंदवाड़ा लाने के लिए चेन्नई की अदालत से ट्रांजिट रिमांड की मांग कर सकती है। छिंदवाड़ा में ही जहरीली कफ सिरप से अधिकांश मौतें हुई हैं।

रंगनाथन- चार दशक से फार्मास्युटिकल क्षेत्र में हैं सक्रिय

73 साल के रंगनाथन मद्रास मेडिकल कॉलेज से फार्मेसी स्नातक हैं और इस क्षेत्र में चार दशकों से भी ज्यादा समय तक बिता चुके हैं। उन्होंने शुरुआत में चेन्नई में व्यापक रूप से इस्तेमाल होने वाले पोषण संबंधी सिरप ‘प्रोनिट’ के लिए पहचान बनाई थी।

यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश एसआईटी ने तमिलनाडु कफ सिरप कंपनी की जांच की, 20 बच्चों की हुई थी मौत

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 1980 के दशक की शुरुआत में रंगनाथन ने व्यक्तिगत रूप से बाल रोग विशेषज्ञों के बीच प्रोनिट का प्रचार किया। साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए इसके लाभों का भी प्रचार। इस उत्पाद ने लोकप्रियता हासिल की, लेकिन बाद में राज्य औषधि नियंत्रण विभाग ने इसके सरकारी अनुमोदन के लिए आवश्यक बना दिया, क्योंकि इसमें इस्तेमाल कुछ इनग्रिडिएंट्स के लिए लाइसेंस की जरूरत थी।

इसके बाद रंगनाथन ने जरूरी मंजूरियाँ भी हासिल कीं और अपना कारोबार जारी रखा। बाद में उन्होंने लिक्विड नेजल उत्पादों के क्षेत्र में अपने कारोबार का विस्तार किया और चेन्नई के आसपास कई छोटी विनिर्माण इकाइयाँ स्थापित की। कई सालों तक वे ‘श्रीसन फार्मास्युटिकल्स’ के प्रमुख रहे और सीगो लैब्स के साथ संबंध बनाए रखे, जबकि उनके सहयोगियों ने ‘इवेन हेल्थकेयर’ का प्रबंधन किया।

जहरीले कफ सिरप का मामला

रंगनाथन और उनकी कंपनी कोल्ड्रिफ कफ सिरप (Coldrif cough syrup) से कथित तौर पर हुई बच्चों की मौत के बाद से विवादों में आ गए हैं। चेन्नई-बेंगलुरु राजमार्ग पर स्थित उनकी 2,000 वर्ग फुट की निर्माण इकाई को सील कर दिया गया है, और कोडम्बक्कम स्थित उनका पंजीकृत कार्यालय भी बंद है। आसपास के लोगों ने बताया कि ये ऑफिस, जो कभी लोगों से भरा रहता था, पिछले हफ्ते खाली करा दिया गया था और यहां के कर्मचारी देर रात तक उपकरण और कंप्यूटर आदि यहां लेकर चले गए।

तमिलनाडु में लैब टेस्ट में पुष्टि हुई है कि कोल्ड्रिफ कफ सिरप में हानिकारक तत्व शामिल हैं, जिससे मध्य प्रदेश सरकार ने तमिलनाडु स्थित श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स द्वारा उत्पादित अन्य सभी दवाओं के साथ इस उत्पाद की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।

कफ सिरप में हानिकारक चीजें होने की पुष्टि तमिलनाडु के ड्रग्स कंट्रोल निदेशक की एक रिपोर्ट में हुई, जो 4 अक्टूबर को मध्य प्रदेश सरकार को सौंपी गई थी।

रिपोर्ट में कोल्ड्रिफ सिरप (बैच नंबर एसआर -13, मई 2025 में निर्मित, अप्रैल 2027 को समाप्त) को ‘मानक गुणवत्ता का नहीं’ और मिलावटी के तौर पर बताया गया। इसमें 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल था, जो एक जहरीला रसायन है और आमतौर पर एंटीफ्रीज और ब्रेक फ्लयूड में इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल प्रिटिंग इंक, ग्लू और लूब्रिकेंट्स आदि बनाने में भी इस्तेमाल होता है। इसे निगलने पर तेज गति से किडनी फेल होने का खतरा होता है और मौत तक हो सकती है।

इसके अलावा एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसमें प्रतिबंधित वे सॉल्ट भी शामिल थे जिसे 2023 में चार साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बैन किया गया था। 18 दिसंबर, 2023 के केंद्र सरकार के आदेश में कहा गया है कि क्लोरफेनिरामाइन मैलिएट आईपी 2एमजी और फिनाइलेफ्राइन एचसीएल आईपी 5एमजी ड्रॉप/एमएल के फिक्स्ड-डोज कॉम्बिनेशन (एफडीसी) का इस्तेमाल चार साल से कम उम्र के बच्चों में नहीं किया जाना चाहिए।

बिक्री पर रोक, कंपनी के सभी उत्पादों का भी होगा लैब टेस्ट

खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने ड्रग इंस्पेक्टरों को मौजूदा स्टॉक को जब्त करने, आगे की बिक्री रोकने और टेस्ट के लिए अन्य बैचों से नमूने एकत्र करने के तत्काल निर्देश जारी किए हैं।

इंस्पेक्टरों को निर्देश दिया गया कि वे बाजार में मिल रही सभी कोल्ड्रिफ सिरप को फ्रीज कर दें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बिक्री या वितरण के लिए उपलब्ध न रहे। इसके अलावा निर्देशों श्रीसन द्वारा निर्मित सभी उत्पादों की बिक्री पर रोक और लैब टेस्ट के लिए वैध नमूने एकत्र करना भी शामिल है।

कफ सिरप में जहरीले रसायन होने से जुड़ी घटना पहली बार अगस्त के अंत में सामने आई जब छिंदवाड़ा के परासिया और आस-पास के गाँवों में हल्के बुखार और खांसी के इलाज के बाद कई बच्चों के किडनी अचानक फेल हो गए। ज्यादातर पीड़ित पाँच साल से कम उम्र के थे। शुरुआती जाँच में एहतियात के तौर पर दो स्थानीय ब्रांडों पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन तमिलनाडु की प्रयोगशाला के नतीजों ने पुष्टि की कि जहर का स्रोत कोल्ड्रिफ सिरप था।

विनीत कुमार
विनीत कुमार
पूर्व में IANS, आज तक, न्यूज नेशन और लोकमत मीडिया जैसी मीडिया संस्थानों लिए काम कर चुके हैं। सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची से मास कम्यूनिकेशन एंड वीडियो प्रोडक्शन की डिग्री। मीडिया प्रबंधन का डिप्लोमा कोर्स। जिंदगी का साथ निभाते चले जाने और हर फिक्र को धुएं में उड़ाने वाली फिलॉसफी में गहरा भरोसा...
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