नई दिल्लीः भारत-चीन के बीच हवाई उड़ानें 5 साल बाद बहाल होंगी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने 2 अक्टूबर, गुरुवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य होने में मदद मिलेगी। दोनों देशों के बीच उड़ान सेवाएं कोविड महामारी के दौरान बंद हुई थीं और अप्रैल-मई 2020 में हुई सीमा पर हिंसक झड़पों के बाद से जारी रहीं।
बीते साल 2024 में पीएम मोदी की कजान में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात और हाल ही में मोदी के चीन दौरे के दौरान हुई बैठकों के बाद यह फैसला लिया गया।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत-चीन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण इस साल की शुरुआत से ही सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने और हवाई सेवा समझौते में संशोधन पर तकनीकी चर्चा कर रहे थे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को क्रमिक रूप से सामान्य बनाने की दिशा में सरकार के दृष्टिकोण का हिस्सा था।
विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया कि इन बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच यह सहमति बनी है कि भारत और चीन के बीच हवाई सेवाएं अक्टूबर 2025 के अंत तक शुरू हो सकती हैं।
इस बयान में आगे कहा गया कि दोनों देशों के नागरिक उड्डयन प्राधिकरणों के बीच यह समझौता भारत और चीन के बीच लोगों के बीच संपर्क को और सुगम बनाएगा तथा इसके साथ ही द्विपक्षीय आदान-प्रदान को भी सामान्य बनाने में मदद करेगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर कहा कि हवाई सेवाओं की बहाली से भारत और चीन के बीच हवाई संपर्क में काफी वृद्धि होगी। इसके साथ ही लोगों के बीच आदान-प्रदान को भी समर्थन मिलेगा और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने में भी मदद मिलेगी।
यह भी पढ़ें – PoK में लगातार तीसरे दिन जोरदार प्रदर्शन, पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में 8 लोगों की मौत, कई घायल
हिंदुस्तान टाइम्स ने इस मामले के जानकार लोगों के हवाले से लिखा कि भारतीय एयरलाइन इंडिगो और चीन की ईस्टर्न दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान भरने वाली पहली दो एयरलाइनें होंगी। सूत्रों ने बताया कि हालिया बातचीत में सीधी उड़ानें चीनी पक्ष की ओर से मुख्य अनुरोधों में से एक थीं और बीजिंग ने इस बात पर जोर दिया कि आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए यह जरूरी है।
इंडिगो शुरू कर सकती है भारत-चीन के बीच पहली उड़ान
इस बाबत भारतीय एयरलाइन इंडिगो ने एक बयान जारी किया जिसमें कहा कि कंपनी कोलकाता से ग्वांगजो के बीच पहली उड़ान 26 अक्टूबर से शुरू कर सकती है। इससे दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच विमानन संबंधों में एक बार फिर से जान फूंकने में मदद मिलेगी।
एयरलाइन उन उड़ानों के लिए एयरबस A320 नियो विमानों का इस्तेमाल करेगी। एयरलाइन ने आगे कहा कि कोविड-19 महामारी से पहले इंडिगो चीन के लिए सीधी उड़ानें संचालित करती थी और कई आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से ही मौजूद हैं।
गौरतलब है कि भारत-चीन के बीच सीधी उड़ानें कोविड-19 महामारी के बाद से प्रतिबंधित हैं और अप्रैल-मई 2020 में सीमा पर हुई हिंसक झड़पों के दौरान भी सेवाएं बंद रहीं। दोनों देशों के बीच संबंध छह दशकों में निचले स्तर पर पहुंच गए।
इससे पहले एयर इंडिया, इंडिगो, एयर चाइना, चाइना सदर्न और चाइना ईस्टर्न सीधी उड़ानें संचालित करते थे।