मुंबईः भारतीय पायलट महासंघ (FIP) ने 5 अक्टूबर, रविवार को विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए से मांग की है कि देश के सभी बोइंग 787 विमानों की विद्युत प्रणाली की गहन जांच की जाए। पायलट महासंघ की तरफ से यह आग्रह एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान की ब्रिटेन में इमरजेंसी लैंडिंग के बाद किया गया है।
दरअसल, अमृतसर से बर्मिंघम जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी जब फ्लाइट शहर में उतरने वाली थी। हालांकि, इस में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ था।
एयर इंडिया ने क्या कहा?
एयर इंडिया के मुताबिक, अमृतसर-बर्मिंघम उड़ान के संचालन दल ने बताया कि 4 अक्टूबर को अंतिम अप्रोच के दौरान बोइंग 787 का रैम एयर टरबाइन (आरएटी) अप्रत्याशित रूप से तैनात हो गया लेकिन विमान सुरक्षित रूप से उतर गया था।
एफआईपी के अध्यक्ष जी एस रंधावा ने डीजीसीए को लिखे पत्र में लिखा कि एयर इंडिया की फ्लाइट में एयरक्राफ्ट हेल्थ मॉनिटरिंग (एएचएम) ने बस पावर कंट्रोल यूनिट में खराबी का पता लगाया। इस कारण से आरएटी स्वतः तैनात हो गई होगी।
पायलटों का संगठन जो कि 5000 से ज्यादा कॉकपिट क्रू सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करता है। इस संगठन द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया कि यह घटना तब हुई जब बर्मिंघम पहुँचते समय रैम एयर टर्बाइन (आरएटी) 500 फीट की ऊँचाई पर अपने आप तैनात हो गया… विमान स्वास्थ्य निगरानी (एएचएम) ने बस पावर कंट्रोल यूनिट (बीपीसीयू) में एक खराबी पाई है जिसके कारण आरएटी अपने आप तैनात हो गया होगा।
बीपीसीयू विमान की विद्युत शक्ति प्रणाली का प्रबंधन करता है। दोहरे इंजन की विफलता या पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक या हाइड्रोलिक विफलता की स्थिति में RAT स्वचालित रूप से तैनात हो जाता है। यह आपातकालीन शक्ति उत्पन्न करने के लिए हवा की गति का उपयोग करता है।
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इस साल जून में हुई एयर इंडिया बोइंग 787 विमान दुर्घटना के कई संभावित कारणों में इंजन या हाइड्रोलिक/इलेक्ट्रिकल विफलता या सॉफ्टवेयर की खराबी को शामिल किया जा रहा है।
एफआईपी ने पत्र में क्या लिखा ?
पत्र में लिखा गया “बी-787 विमानों में कई दुर्घटनाएँ हुई हैं। हमने देश के सभी बी-787 विमानों की विद्युत प्रणाली की गहन जाँच के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विमान दुर्घटना जाँच ब्यूरो (एएआईबी) के समक्ष पुरजोर ढंग से यह मुद्दा उठाया है।”
इस पत्र में आगे लिखा गया “एयर इंडिया-171 दुर्घटना के बाद एफआईपी लगातार देश में बी-787 विमानों की विद्युत प्रणाली की गहन जाँच पर जोर दे रहा है। दुर्घटना के बाद डीजीसीए ने एयर इंडिया (बेड़े) में केवल बी-787 के ईंधन नियंत्रण स्विच की जाँच की।”
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गौरतलब है कि अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया का बोइंग विमान 12 जून को उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही क्रैश हो गया था जिसमें 260 से अधिक लोग मारे गए थे। इस विमान में सवार 242 में 241 लोग मारे गए थे। वहीं, इसमें कुछ विदेशी नागरिक भी सवार थे और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे।