Friday, October 10, 2025
Homeभारत'भले आप मुझे मार दें...',वक्फ कानून पर हिंसा के बीच ममता बनर्जी...

‘भले आप मुझे मार दें…’,वक्फ कानून पर हिंसा के बीच ममता बनर्जी ने की एकता की अपील

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि केंद्र के वक्फ संशोधन कानून को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा। कोलकाता में जैन समुदाय के एक कार्यक्रम में बनर्जी ने कहा कि मैं अल्पसंख्यक लोगों और उनकी संपत्ति की रक्षा करूंगी। उन्होंने आगे कहा कि मैं जानती हूं कि वक्फ अधिनियम के लागू होने से आप दुखी हैं। मगर भरोसा रखें… बंगाल में ऐसा कुछ नहीं होगा जिससे कोई बांटकर राज कर सके। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि बांग्लादेश की स्थिति देखिए। वक्फ संशोधन विधेयक को अभी पारित नहीं किया जाना चाहिए था।

द्रौपदी मुर्मू ने विधेयक को दी मंजूरी

पिछले गुरुवार को लोकसभा और शुक्रवार को राज्यसभा से वक्फ संशोधन विधेयक पारित हुआ था। शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधेयक को अपनी मंजूरी दे दी। कानून के पक्ष में सरकार का तर्क है कि इससे जमीन से जुड़े विवादों में कमी आएगी। वक्फ बोर्ड का काम कुशल, पारदर्शी और जवाबदेह होगा।

उन्होंने कहा, ‘भले ही आप मुझे गोली मार दें, लेकिन आप मुझे एकता से अलग नहीं कर सकेंगे। बंगाल में कोई बंटवारा नहीं होगा। जियो और जीने दो।’ उन्होंने कहा, ‘अगर किसी को मेरी संपत्ति लेने का अधिकार नहीं है, तो मैं कैसे कह सकती हूं कि किसी और की संपत्ति ले ली जाएगी? हमें 30 फीसदी को साथ लेकर चलना होगा। याद रहे दीदी आपकी संपत्ति की रक्षा करेंगी।’

ममता बनर्जी ने बीजेपी पर लगाया आरोप

इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि बीजेपी देश को बांटने के लिए यह विधेयक लेकर आई। ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी का केवल एक ही एजेंडा है। देश को बांटना। वे ‘फूट डालो और राज करो’ में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि जब भाजपा नीत सरकार हटेगी और नई सरकार बनेगी तो (इस) वक्फ विधेयक को रद्द करने के लिए संशोधन किया जाएगा। बनर्जी ने बुधवार को एक बयान में भाजपा की उसके विभाजनकारी एजेंडे के लिए आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे सांसद वक्फ मुद्दे पर बोलने के लिए दिल्ली में हैं। लोकसभा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के साथ टीएमसी ने इस वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के विरोध में वोट किया था। पक्ष में 288 और विरोध में 232 वोट पड़े थे। इसके बाद बिल लोकसभा से पास हो गया था।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा