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छत्तीसगढ़ः शराब घोटाला मामले में ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे के खिलाफ दाखिल की 7 हजार पन्नों की चार्जशीट

ED ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ 7 हजार पन्नों की चार्जशीट दायर की है। इस मामले में बिलासपुर हाईकोर्ट में सुनवाई 19 सितंबर को होगी।

रायपुरः प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार, 15 सितंबर को पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह चार्जशीट शराब घोटाले में कथित संलिप्तता के बीच दाखिल की गई है। छत्तीसगढ़ में यह कई करोड़ का घोटाला है, जिसको लेकर जांच की जा रही है। ईडी ने चैतन्य के खिलाफ 7 हजार पन्नों की चार्जशीट रायपुर की एक विशेष बेंच के समक्ष दायर की है।

गौरतलब है कि चैतन्य को ईडी ने उनके भिलाई निवास से 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था। ईडी ने इस आबकारी घोटाले में 1000 करोड़ रुपये से अधिक राशि को वैध बनाने में चैतन्य की कथित भूमिका के चलते गिरफ्तार किया था। ईडी ने यह भी कहा था कि इस घोटाले का एक बड़ा हिस्सा बघेल डेवलपर्स के तहत एक रियल एस्टेट प्रोजेक्ट ‘विट्ठल ग्रीन’ में लगाया गया था।

ED ने शराब घोटाला मामले में क्या कहा?

ED ने इससे पहले दावा किया था कि जांच से पता चला है कि शराब घोटाले के तहत 16.70 करोड़ रुपये की आय को बघेल रियल एस्टेट उपक्रमों के अलावा ढिल्लों सिटी मॉल और ढिल्लों जैसी संस्थाओं के जरिए कैसे लूटी गई?

जांच एजेंसी के अनुमान के मुताबिक, ‘शराब घोटाले’ में संदिग्धों द्वारा लगभग 2161 करोड़ रुपये की आपराधिक आय अर्जित की गई। वहीं, छत्तीसगढ़ राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने भी सोमवार को विशेष अदालत के समक्ष प्रोडक्शन वारंट पेश किया है। इसमें शराब घोटाले में पूछताछ के लिए चैतन्य की हिरासत की मांग की गई है।

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ED के अलावा EOW ने भी इस शराब घोटाला मामले में केस दर्ज किया है और जांच कर रही है। EOW ने इस साल की शुरुआत में 22 आबकारी अधिकारियों और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी।

हाईकोर्ट में होगी सुनवाई

चैतन्य ने इस मामले में गिरफ्तारी के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इसकी सुनवाई 19 सितंबर को होगी। इस याचिका में चैतन्य की गिरफ्तारी को अवैध बताया गया है। इसके साथ ही उनकी रिहाई की भी मांग की है। ऐसे में बिलासपुर हाईकोर्ट इस पर क्या फैसला सुनाती है, इसके आधार पर ही मामला का रुख तय होगा।

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छत्तीसगढ़ में यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया है। कांग्रेस और भाजपा इसको लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। एक ओर जहां कांग्रेस इसे साजिश बता रही है तो वहीं दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि शराब घोटाले के मामले में किसी को नहीं बख्शा जाएगा और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा सुनाई जाएगी।

गौरतलब है कि कांग्रेस ने इस मामले में 22 जुलाई को पूरे छत्तीसगढ़ में विरोध प्रदर्शन किया था। चैतन्य की गिरफ्तारी के विरोध में इस दौरान भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जुटे। कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि राजनैतिक फायदे के लिए चरित्रहनन की कोशिश कर रही है।

अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...

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