Friday, October 10, 2025
Homeभारतहोटलों में बना रखा था ठिकाना, दिल्ली पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों पर...

होटलों में बना रखा था ठिकाना, दिल्ली पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों पर ऐसे कसा शिकंजा

नई दिल्ली: दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे चार और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। दक्षिण पश्चिम जिले के ऑपरेशन सेल की टीम ने यह कार्रवाई की। गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी भारत में रह रहे थे। दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्होंने दिल्ली में अवैध रूप से रहने के लिए होटलों का इस्तेमाल किया। फिलहाल उन्हें विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ), दिल्ली के माध्यम से बांग्लादेश भेज दिया गया है। 

बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर अभियान

दिल्ली पुलिस राजधानी में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर लगातार अभियान चला रही है। हालिया दिनों में पुलिस ने वैध भारतीय दस्तावेजों के बिना दिल्ली में रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने, उन्हें हिरासत में लेने और उन्हें वापस भेजने के प्रयास तेज किए हैं। इसी क्रम में दक्षिण पश्चिम जिला पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सभी चार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई। इनमें दो नागरिक ढाका में अलग-अलग जगह के रहने वाले थे, जबकि एक नागरिक बांग्लादेश के मीरगंज और दूसरा व्यक्ति खर्रा का रहने वाला था। ये लोग मेडिकल वीजा और अन्य कारणों से भारत आए थे। हालांकि उनका भारत वीजा भी समाप्त हो चुका था, लेकिन ये लोग वापस नहीं लौटे।

अवैध प्रवासियों के रहने की खबर

दिल्ली पुलिस ने बताया कि वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी कुछ अवैध प्रवासियों के महिपालपुर इलाके में घूमने की सूचना मिली। इस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने चार व्यक्तियों को हिरासत में लिया, जिनकी पहचान बांग्लादेशी नागरिकों के रूप में की गई। पूछताछ करने पर बताया कि उन्होंने अपने इलाज के लिए भारत का वीजा लिया था और पुर्तगाल का वीजा प्राप्त किया था। दिल्ली में रहने के दौरान वो कई होटलों में रुके। गहन जांच और पूछताछ के बाद जरूरी कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गई, जिसके बाद एफआरआरओ के जरिए उन्हें वापस भेज दिया गया।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा