देश की राजधानी दिल्ली और गुरुग्राम तथा नोएडा सहित पूरे एनसीआर क्षेत्र में बारिश जारी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 2 सितम्बर के लिए दिए पूर्वानुमान में बारिश में कमी के कोई संकेत नहीं हैं। एक तरह से स्थिति और खराब हो सकती है। साथ ही यमुना में उफान से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यमुना नदी बेल्ट के क्षेत्र पहले ही पानी में डूब गए हैं। अब पानी और घनी आबादी वाले हिस्सों में भी पहुंच सकता है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ेगी।
दिल्ली-एनसीआर में बारिश और बाढ़ जैसी बन रही स्थिति के बीच क्या कुछ अपडेट सामने आया है, आईए जानते हैं-
मौसम विभाग का अलर्ट: IMD ने 2 सितंबर के लिए दिल्ली में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि भारी बारिश के कारण सोमवार को पूरे दिन लोग भारी ट्रैफिक जाम से जूझते रहे। गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में भी यही स्थिति रही। हवाई यातायात, सड़क यातायात और मेट्रो सेवा भी प्रभावित हुए।
बाढ़ का खतरा: हिमालय के निकटवर्ती क्षेत्रों में हुई बारिश के बाद हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना नदी अब खतरे के निशान से ऊपर है। यमुना के फ्लेडप्लेन सहित कुछ इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुसने की भी खबरें हैं।
पुल बंद: दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मंगलवार, 2 सितंबर को शाम 5 बजे से यमुना नदी पर बने पुराने रेलवे पुल पर यातायात बंद करने का आदेश दिया है।
स्कूल बंद: एहतियात के तौर पर कुछ प्रभावित क्षेत्रों में मंगलवार को स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। आईएमडी ने गुरुग्राम के लिए भी 2 सितंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसलिए गुरुग्राम प्रशासन ने भी मंगलवार को दफ्तरों और स्कूलों को बंद रखने और घर से काम करने और ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने को कहा है। दिल्ली और नोएडा में भी कई निजी दफ्तरों ने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा है।
नोएडा भी अलर्ट पर: नोएडा के अधिकारी भी यमुना में बाढ़ की आशंका के लिए तैयार हैं। नोएडा प्राधिकरण ने 135 हेक्टेयर की गौशाला से 800 गायों को भी पास की एक ग्रीन बेल्ट में स्थानांतरित कर दिया है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में लोगों को जगह खाली करने के लिए कहा गया है।
घबराने की जरूरत नहीं: दिल्ली में बाढ़ के खतरे के बीच मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों से नहीं घबराने की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा कि यमुना के बाढ़ क्षेत्र (फ्लडप्लेन) में पानी पहुंचना स्वाभाविक है, क्योंकि यह नदी की पारिस्थितिकी प्रणाली का हिस्सा है।
हवाई यात्रा प्रभावित: राजधानी में जलभराव और कम दृश्यता के कारण उड़ान सेवा में भी बाधा आ रही है। कई एयरलाइनों को यात्रा संबंधी परामर्श जारी करना पड़ा है। मौसम विभाग ने 2 से 4 सितंबर तक दिल्ली में बादल छाए रहने तथा प्रतिदिन हल्की बारिश/गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान व्यक्त किया है।
पंजाब और हिमाचल में भारी बारिश
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर भारत में पंजाब और हिमाचल प्रदेश में और भी भारी बारिश हो सकती है। पिछले एक महीने में पंजाब के 10 जिलों के 1,000 से ज्यादा गाँवों में बाढ़ आने से कम से कम 29 लोगों की मौत हो चुकी है।
पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों और तेलंगाना में 21 सेमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भी भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है। गुजरात, कोंकण-गोवा, कर्नाटक के तटीय इलाके और मध्य महाराष्ट्र में भी लगातार बारिश की संभावना है।