Homeमनोरंजनमोहनलाल स्टारर 'एम्पुरान' फिल्म के निर्माता के घर ईडी का छापा

मोहनलाल स्टारर ‘एम्पुरान’ फिल्म के निर्माता के घर ईडी का छापा

मोहनलाल और पृथ्वीराज सुकुमारन की बहुचर्चित फिल्म ‘एल 2 एम्पुरान’ रिलीज के साथ ही अपने कुछ दृश्यों को लेकर विवादों में है। दूसरी तरफ विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में इसके निर्माता पर ईडी ने शिकंजा कसा है। ईडी ने फेमा मामले में चेन्नई और केरल में ‘एम्पुरान’ फिल्म के निर्माता गोकुलम गोपालन और अन्य के खिलाफ छापेमारी की है।

इस फिल्म को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फिल्म के निर्माता गोकुलम गोपालन सहित अन्य के खिलाफ चेन्नई और केरल में छापेमारी की है। एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को कथित विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में केरल के व्यवसायी और फिल्म ‘एल2: एम्पुरान’ के निर्माता गोकुलम गोपालन और कुछ अन्य के कार्यालयों पर छापेमारी की। 

24 कट के बाद भी कम नहीं हुई  ‘एम्पुरान’ की मुसीबत

तिरुवनंतपुरम, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। सिनेमाघरों में रिलीज के बाद से विवादों का सामना कर रही अभिनेता मोहनलाल-पृथ्वीराज सुकुमारन स्टारर ‘एम्पुरान’ की मुसीबतें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। 24 कट और महत्वपूर्ण सुधार के बावजूद आरएसएस के मुखपत्र ‘ऑर्गेनाइजर’ ने फिल्म के निर्माताओं से सवाल पूछे। मोहनलाल और पृथ्वीराज सुकुमारन स्टारर ‘एम्पुरान’ की मुसीबत आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर में छपे एक नए लेख के साथ बढ़ती दिख रही है। इस बार निर्देशक पृथ्वीराज सुकुमारन और पटकथा लेखक मुरली गोपी पर सवाल उठाए गए हैं।

आलोचनाओं के बाद निर्माताओं ने फिल्म में कुल 24 कट लगाने का फैसला लिया और फिल्म का एडिटेड वर्जन बुधवार से प्रदर्शित होने वाला है।

निर्माताओं से ‘ऑर्गेनाइजर’ ने पूछे सवाल

इस बीच, ऑर्गेनाइजर के नए लेख में दावा किया गया है कि पात्रों के नाम और संवाद में बदलाव के बावजूद फिल्म में अभी भी “हिंदू विरोधी भावनाएं” हैं। लेख में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि कथानक मसूद सईद (पृथ्वीराज) पर केंद्रित है, जो गुजरात दंगों में अपने परिवार को खोने के बाद हिंदुओं से बदला लेने के लिए आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) में शामिल हो जाता है। लेख के अनुसार फिर से एडिट किए जाने के बाद भी फिल्म में मसूद को शरण देने वाले इस्लामी आतंकियों को सहानुभूतिपूर्ण व्यक्तियों के रूप में दिखाया गया है। फिल्म में एक दृश्य भी शामिल है, जिसमें एक युवक को भारत के खिलाफ हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा
Exit mobile version