Zubeen Garg Death: सिंगर जुबीन गर्ग की मौत की जांच सीआईडी करेगी। 19 सितंबर (शुक्रवार) तो जुबीन की मौत सिंगापुर में हो गई थी। वह यहां पर नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल मनाने के लिए पहुंचे थे। राज्य सरकार ने महोत्सव के आयोजक श्यामकानु महंत और उनके प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ शिकायतों के बाद जांच को सीआईडी को सौंपने का फैसला किया है।
52 वर्षीय जुबीन ने एक गायक, गीतकार, अभिनेता, फिल्ममेकर के रूप में प्रसिद्धि हासिल की। वह असम के सबसे प्रभावशाली सांस्कृतिक प्रतीकों में से एक थे। सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में वह बतौर सांस्कृतिक ब्रांड एंबेसडर के रूप में गए थे।
नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजकों ने क्या कहा?
नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजकों ने एक बयान जारी कर कहा कि जुबीन की मौत सिंगापुर के अस्पताल में 2 बजकर 30 मिनट पर हो गई। बयान के मुताबिक, उन्हें नौका यात्रा के दौरान तैराकी करते समय आई समस्याओं के बाद अस्पताल ले जाया गया था।
20 सितंबर, शनिवार को सुबह असम सरकार ने कहा कि जुबीन का पोस्टमार्टम हो चुका है और उनका शव भारतीय दूतावास के अधिकारियों की मौजूदगी में उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और उनके साथ आए अन्य दो लोगों को सौंप दिया गया है।
जुबीन की मौत के बाद शनिवार को असम में लगभग सभी दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान शोक में बंद रहे। इससे पहले शुक्रवार को रतुल बोरा नामक एक व्यक्ति ने असम के मोरीगांव जिले में एक शिकायत दर्ज कराई थी। युवक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में महंत और शर्मा पर लापरवाही और कुप्रबंधन का आरोप लगाया था। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब प्रशंसक यह सवाल उठा रहे थे कि स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बीच उन्हें सिंगापुर क्यों ले जाया गया।
मोरीगांव के पुलिस अधीक्षक हेमंत कुमार दास ने पुष्टि की कि इस शिकायत के आधार पर हत्या की धाराओं में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है।
इंडियन एक्सप्रेस ने हेमंत कुमार के हवाले से लिखा “एफआईआर शिकायत के अनुसार है। बाद में जांच में जो भी सामने आएगा, उसके आधार पर इसमें संशोधन किया जा सकता है।”
जुबीन गर्ग की मौत पर हिमंत बिस्वा सरमा क्या बोले?
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कई शिकायतों के कारण उन्होंने असम के डीजीपी को सभी शिकायतों को सीआईडी को स्थानांतरित करने और “गहन जांच के लिए एक समेकित मामला” दर्ज करने का आदेश दिया है।
सीएम सरमा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महंत और शर्मा के साथ- साथ जुबीन के साथ मौजूद अन्य लोग भी जांच के दायरे में आएंगे…सिंगापुर के अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। चूंकि घटनास्थल भारत नहीं है इसलिए हम सिंगापुर के अधिकारियों से आपराधिक पहलू की जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि असम में हम यह जांच करेंगे कि क्या उन्हें (जुबीन गर्ग) असम से बाहर ले जाने के पीछे कोई गलत इरादा था। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में निष्पक्ष तरीके से जांच करेगी जिससे सब कुछ खुलकर सामने आ जाए।
सिंगापुर में फेस्टिवल आयोजकों ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर खुद को इस घटना से अलग कर लिया था। बयान के मुताबिक, “आज सुबह हमारी पूरी टीम पूर्वोत्तर भारत में निवेश को सुगम बनाने के लिए शांगरी-लॉ होटल में वरिष्ठ सिंगापुरी उद्योगपतियों और नीति-निर्माताओं के साथ एक व्यावसायिक बैठक में व्यस्त थी। बैठक के दौरान हमें जुबीन के प्रबंधक का फोन आया जिसमें उन्होंने बताया कि उनका एक्सिडेंट हो गया है और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। बाद में हमें पता चला कि स्थानीय असमिया समुदाय के कुछ सदस्य उन्हें नौका-यात्रा के लिए ले गए थे, जिसके बारे में हमें पहले से कोई जानकारी नहीं थी। “
सिंगापुर में आयोजित नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल 19-21 सितंबर के बीच होना था लेकिन जुबीन की मौत के बाद इसे रद्द कर दिया गया।