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छत्तीसगढ़ः बीजापुर में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़, घायल हुए दो जवान

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गंगालूर क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच सोमवार से शुरू हुई मुठभेड़ मंगलवार को भी रुक-रुक कर जारी है। इस अभियान में डीआरजी के दो जवानों के घायल होने की खबर है।

यह अभियान सोमवार (11 अगस्त) को जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की टीम द्वारा चलाया गया था। इस दौरान माओवादी ठिकानों की तलाश और सर्च ऑपरेशन किया जा रहा था। मुठभेड़ के दौरान डीआरजी के दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार, दोनों जवानों की हालत सामान्य है और वे खतरे से बाहर हैं। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए हेलिकॉप्टर से रायपुर भेजा जा रहा है।

कई माओवादी हुए हैं घायल

सुरक्षा बलों को आशंका है कि इस मुठभेड़ में कई माओवादी भी घायल हुए हैं, हालांकि उनकी सटीक संख्या और पहचान की पुष्टि अभी नहीं हो सकी है। अभियान के समापन के बाद विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।

इससे पहले, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 7 अगस्त नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली थी। यहां 24 लाख रुपए के इनामी सहित 9 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके अलावा, सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान एक माओवादी को मार गिराया था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आधिकारिक एक्स हैंडल पर यह जानकारी साझा की थी।

1,500 माओवादियों ने किया समर्पण

जानकारी के अनुसार, दिसंबर 2023 से अब तक राज्य में करीब 450 माओवादी मारे जा चुके हैं। इसके अलावा, 1,500 से ज्यादा माओवादियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, 1,500 से ज्यादा माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने की बात कही है। उन्होंने नक्सलियों से भी अपील की कि वह मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति को अपनाकर यथाशीघ्र हथियार डालें और मुख्यधारा में शामिल हों।

(यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)

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