Friday, October 10, 2025
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डोनाल्ड ट्रंप दोषी करार दिए जाने के बाद क्या राष्ट्रपति का चुनाव लड़ सकते हैं? अब आगे क्या….अमेरिकी कानून क्या कहता है?

न्यूयॉर्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को न्यूयॉर्क की एक कोर्ट ने हश मनी मामले में दोषी करार दिया है। ट्रंप पर 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनावों से पहले पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए पैसों का भुगतान करने और फिर इसे छुपाने के लिए अपने व्यापारिक रिकॉर्ड में हेरफेर करने के आरोप थे। कोर्ट ने इस मामले से जुड़े सभी 34 आरोपों में ट्रंप को दोषी पाया है। ऐसे में अब सवाल है कि आगे क्या होगा? क्या ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए होने वाला चुनाव लड़ सकेंगे?

ट्रंप के खिलाफ कोर्ट का फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि वे इसी साल के आखिर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार हो सकते हैं। साथ ही ट्रंप के खिलाफ कोर्ट का फैसला इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि इससे पहले किसी भी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को किसी अपराध में दोषी नहीं ठहराया गया था।

क्या ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकेंगे?

ट्रंप को दोषी करार दिए जाने के बाद अब अगर उन्हें जेल की सजा सुनाई जाती है तो भी वे राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकेंगे। ट्रंप को 11 जुलाई को सजा सुनाई जाएगी। अमेरिकी संविधान के अनुसार किसी भी शख्स को देश का राष्ट्रपति होने के लिए कम से कम 35 साल का होना चाहिए। साथ ही उसका जन्म अमेरिका में हुआ हो और वह अमेरिका में कम से 14 साल रहा हो। अमेरिकी संविधान में आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोकने वाला कोई कानून नहीं है। ऐसे में जेल में बंद शख्स भी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ सकता है और जीत गया तो सैद्धांतिक रूप से शपथ भी ले सकता है।

यहां ये भी गौर करने की बात है कि ट्रंप के खिलाफ लंबित चार आपराधिक मामलों में से यह पहला मामला है, जिसका फैसला आया है और अन्य मामलों में देरी हो सकती है। इस मामले में उन्हें 34 आरोपों में से प्रत्येक के लिए जुर्माने से लेकर चार साल तक की जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है।

क्या ट्रंप खुद के लिए वोट कर सकेंगे?

ट्रंप जब तक न्यू यॉर्क में जेल में नहीं हैं, तब तक वह अपने लिए वोट कर सकते हैं। अन्य राज्यों से उलट अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा में दोषी पाए जाने पर मतदान के अधिकार को निलंबित करने का कानून नहीं है। वहीं न्यूयॉर्क में, जेल से बाहर आने के बाद, भले ही कोई पैरोल पर क्यों न हो, अपने मतदान के अधिकार को फिर से प्राप्त कर लेते हैं।

एक और अहम बात ये भी है कि दोषसिद्धि कानूनी तौर पर ट्रंप को राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ में बने रहने से नहीं रोकती है। ट्रंप को सजा सुनाए जाने वाले दिन के चार दिन बाद ही रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन की बैठक है। इसमें पार्टी के आधिकारिक राष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषणा होगी। हालांकि पार्टी या संविधान में किसी दोषी या सजा पाए नामांकित व्यक्ति को अयोग्य ठहराने का कोई नियम नहीं है। ट्रंप वैसे भी सर्वे के आधार पर लोकप्रिय बने हुए हैं।

ट्रंप के पास सजा से बचने के अब क्या विकल्प है?

अमेरिकी कानून के अनुसार सजा सुनाए जाने के बाद ट्रंप ऊपरी अदालतों में अपील कर सकते हैं। उनकी बचाव टीम ने संभावित न्यायिक पूर्वाग्रह और केस पर सुनवाई की प्रक्रिया का हवाला देते हुए पहले ही अपील के लिए आधार तैयार कर लिया है। इस बीच राजनीतिक रूप से ट्रंप समर्थन जुटाना जारी रखेंगे। ट्रंप की टीम ने इस फैसले को राजनीति से प्रेरित हमला भी बताया है। तमाम कानूनी चुनौतियों के बावजूद जानकारों का मानना ​​है कि ट्रम्प 2024 के चुनाव के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बने रहेंगे।

हाल में अमेरिकी पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग सर्विस द्वारा प्रायोजित एक सर्वे से पता चला है कि 67 प्रतिशत मतदाताओं ने कहा कि उनकी सजा उनके वोट को प्रभावित नहीं करेगी। ट्रंप और बाइडेन सर्वे में बराबर पर चल रहे हैं।

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