अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया ने दीवाली को आधिकारिक राजकीय अवकाश घोषित कर दिया है। ऐसा करने वाला वह तीसरा अमेरिकी राज्य बन गया है। सितंबर में ‘एबी 268’ नामक बिल, जिसे भारतीय मूल के असेंबली सदस्य अश कालरा ने पेश किया था, राज्य की दोनों सदनों से पारित हुआ था।
बुधवार को गवर्नर गेविन न्यूजम ने इस बिल पर हस्ताक्षर करते हुए दीवाली को कैलिफोर्निया का आधिकारिक अवकाश घोषित कर दिया। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) ने अश कालरा और डॉ. दर्शन पटेल, दोनों भारतीय मूल की असेंबली सदस्यों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस ऐतिहासिक बिल का सह-लेखन किया।
गैर-लाभकारी संस्था इंडियास्पोरा (Indiaspora) ने इस कानून को भारतीय अमेरिकियों, खासकर कैलिफोर्निया में रहने वालों के लिए ऐतिहासिक बताया। संगठन ने कहा कि यह फैसला समुदाय की सांस्कृतिक समृद्धि और राज्य के विकास में उनके लंबे समय से चले आ रहे योगदान की एक सार्थक पहचान है।
इंडियास्पोरा ने बताया कि कैलिफोर्निया में रहने वाले दस लाख से अधिक भारतीय अमेरिकियों के लिए यह निर्णय गर्व और खुशी लेकर आया है। इस समुदाय ने राज्य के विविध और जीवंत परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, चाहे वह अर्थव्यवस्था और सार्वजनिक सेवा में योगदान हो या कला, विज्ञान और नागरिक जीवन को समृद्ध करना हो।
उन्होंने कहा कि दीवाली को राजकीय अवकाश घोषित करना इस बात का प्रतीक है कि भारतीय अमेरिकी न केवल कैलिफोर्निया की कहानी का हिस्सा हैं, बल्कि उसकी पहचान के लिए अभिन्न अंग हैं।
इंडियसपोरा ने यह भी बताया कि कैलिफोर्निया से पहले पेंसिल्वेनिया (अक्टूबर 2024) पहला और कनेक्टिकट (इस साल) दूसरा राज्य था जिसने दीवाली को आधिकारिक अवकाश घोषित किया। वहीं, न्यूयॉर्क शहर ने एक बड़ा कदम उठाते हुए दीवाली के लिए सार्वजनिक स्कूलों को अनिवार्य रूप से बंद रखने का आदेश दिया है, जिसकी शुरुआत 1 नवंबर 2024 से हुई। न्यूयॉर्क राज्य के कई अन्य स्कूल जिलों में भी दीवाली पर छुट्टी रहेगी।
सिलिकॉन वैली के उद्यमी और परोपकारी अजय भुटोरिया ने इसे कैलिफोर्निया में समावेशिता और सांस्कृतिक उत्सव की दिशा में एक चमकदार मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा, दीवाली आशा पर अंधकार की जीत, एकता पर विभाजन की विजय और ज्ञान पर अज्ञानता की जीत का प्रतीक है। यह संदेश कैलिफोर्निया में लगभग दस लाख दक्षिण एशियाई लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ छुट्टी नहीं, बल्कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय की स्थायी पहचान और योगदान का सम्मान है।”
भुटोरिया ने कहा कि इस कानून के तहत राज्य कर्मचारियों को वेतन के साथ अवकाश मिलेगा और स्कूल भी दीवाली मान सकते हैं। इससे परिवार अपने परंपराओं को पूरी तरह से मनाने में सक्षम होंगे, चाहे वह दीप जलाना, रंगोली बनाना या त्योहार की कहानियाँ साझा करना हो, बिना काम या समयसीमा के दबाव के।
उन्होंने गवर्नर न्यूज़म, अश कालरा और डॉ. दर्शन पटेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि आपके प्रयासों ने न केवल दीवाली को रोशन किया है, बल्कि पूरे देश को हमारे साझा प्रकाश का जश्न मनाने के लिए प्रेरित किया है।”