क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। रविवार, 5 अक्टूबर को यह अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इसका मूल्य 1,25,000 डॉलर (1.10 करोड़ रुपये) को पार कर गया। इसकी कीमत में लगभग 2.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
बिटकॉइन ने अपने ही पिछले उच्चतम रिकॉर्ड को तोड़ दिया जो कि इसी साल अगस्त में था। इस दौरान बिटकॉइन का मूल्य 1,24,500 डॉलर था।
एक हफ्ते से बढ़ रही है बिटकॉइन की कीमत
क्रिप्टो ब्रोकरेज डेटा के मुताबिक, बिटकॉइन की कीमत पिछले एक हफ्ते से लगातार बढ़ रही है। इन दिनों में यह करीब 13.87 फीसदी तक बढ़ी। यह तेजी के संकेतकों, संयुक्त राज्य अमेरिका में व्यापक आर्थिक अनुकूलता और बिटकॉइन ईटीएफ प्रवाह द्वारा संचालित व्यापक बाजार गति के अनुरूप है। ऐसी संभावना है कि इस महीने के अंत तक यूएस फेड दर में कटौती हो सकती है।
बिटकॉइन की कीमतों में आए उछाल के बाद कॉइनडीसीएक्स के को-फाउंडर सुमित गुप्ता ने कहा कि इस तेजी को अमेरिकी शेयर बाजारों में तेजी और बिटकॉइन से जुड़े एक्सचेंज-ट्रेडेट फंड्स में नए सिरे से निवेश का समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि निवेशक बिटकॉइन को डिबेसमेंट ट्रेड के हिस्से के रूप में देख रहे हैं क्योंकि अमेरिकी सरकार के बंद होने की चिंताओं के कारण सुरक्षित-संपत्तियों की मांग बढ़ रही है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के साथ-साथ इसकी संस्थागत स्वीकृति में भी वृद्धि हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि बिटकॉइन हमारे समय के ‘डिजिटल गोल्ड’ के रूप में अपनी उपस्थिति को और मजबूत कर रही है।
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कॉइनमार्केटकैप ने निवेशकों के बीच एक सर्वेक्षण किया जिसमें पता चला कि बिटकॉइन में आई तेजी के बावजूद भी लोग क्रिप्टो में निवेश कर रहे हैं।
डेटा के मुताबिक, 82 फीसदी बिटकॉइन निवेशक बिटकॉइन के लिए तेजी की भावना की उम्मीद करते हैं जबकि 18 फीसदी मंदी की उम्मीद करते हैं। ब्रोकरेज पर पोल विकल्प में कम से कम 50 लाख से ज्यादा लोगों ने वोट दिया है।
डॉलर के अवमूल्यन से हो रहा लाभ
वहीं, क्रिप्टो प्राइम ब्रोकरेज फर्म फॉल्कनएक्स के मार्केटिंग सह प्रमुख जोशुआ लिमे ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि इक्विटी, सोना और यहां तक कि पोकेमान कार्ड जैसी कई परिसंपत्तियां उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि बिटकॉइन को डॉलर के अवमूल्यन से लाभ हो रहा है।
मार्केट वैल्यू के हिसाब से बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसलिए इसे डिजिटल गोल्ड भी कहा जाता है। यह सीमाओं के पार वैल्यू भेजने का सबसे तेज, सस्ता और सुरक्षित तरीका बन गया है। इसके साथ ही लांग टर्म इनवेस्टमेंट के लिए भी निवेशक इसमें रुचि दिखा रहे हैं।
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क्रिप्टोकरेंसी की मार्केट वैल्यू 2.46 ट्रिलियन डॉलर रही है। इसमें बीते 24 घंटे में .94 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। क्रिप्टो का बाजार दिन-ब-दिन बढ़ रहा है और निवेशक इसे एक विकल्प के रूप में देख रहे हैं।