भारत और मॉरीशस जल्द ही स्थानीय मुद्राओं में व्यापार शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को यह घोषणा की और इसे दोनों देशों के बीच वित्तीय और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में अगला बड़ा कदम करार दिया। वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह निर्णय पिछले साल मॉरीशस में शुरू की गई UPI और RuPay कार्ड सेवाओं पर आधारित है और इससे दोनों देशों के व्यवसायों और नागरिकों के बीच लेन-देन और आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘अब हम लोकल करेंसी में व्यापार को सक्षम बनाने की दिशा में काम करेंगे।’ उन्होंने आगे कहा कि इस कदम से द्विपक्षीय ट्रेड फ्लो और भी सुगम होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि भारत ने मॉरीशस की जरूरतों और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक विशेष आर्थिक पैकेज का भी फैसला लिया है। पीएम मोदी ने इसे दोनों देशों के साझा भविष्य में निवेश बताया। इस पैकेज से मॉरीशस में 500 बिस्तरों वाले सर शिवसागर रामगुलाम राष्ट्रीय अस्पताल, एक पशु चिकित्सा विद्यालय और पशु अस्पताल, और एक आयुष सेंटर ऑफ एक्सिलेंस सहित प्रमुख परियोजनाओं को वित्तपोषित किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि ये पहल ‘बुनियादी ढाँचे को मजबूत करेंगी, रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगी और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाएँगी।’
100 इलेक्ट्रिक बसें देगा भारत, उर्जा के क्षेत्र में भी साझेदारी
दोनों नेताओं ने चागोस समुद्री संरक्षित क्षेत्र, एसएसआर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एटीसी टावर, सहित मॉरीशस में राजमार्गों और रिंग रोड के विस्तार जैसी कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की।
ऊर्जा सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके तहत भारत कुछ सालों में मॉरीशस को 100 इलेक्ट्रिक बसें प्रदान कर रहा है, जिनमें से 10 बसें पहले ही पहुँच चुकी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस के टैमरिंड फॉल्स में 17.5 मेगावाट का फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने में सहायता की भी बात कही। इससे द्वीप को नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ाने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दिखती है।
शिक्षा, शोध और कौशल विकास के क्षेत्र में सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस में मानव संसाधन विकास में भारत की भूमिका का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने बताया कि 5,000 से ज्यादा मॉरीशस के लोगों ने भारत में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वर्तमान में 500 सिविल सेवा से जुड़े लोग मसूरी में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
इसके अलावा मॉरीशस में एक नया विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निदेशालय स्थापित किया जाएगा, जबकि आईआईटी मद्रास और इंडियन इंस्टट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट ने अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए मॉरीशस विश्वविद्यालय के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने मार्च में मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान की गई अपनी यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने साथ ही चागोस समझौते में मॉरीशस की जीत के बाद उसकी संप्रभुता के लिए एक बार फिर समर्थन दोहराया और इसे एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया।
गौरतलब है कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम भारत की 8 दिनों (9 से 16 सितंबर) की यात्रा पर हैं। वे गुरुवार को वाराणसी पहुंचे। यहां उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी ने वाराणसी में नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात की।