Bihar SIR: बिहार में चल रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) प्रक्रिया को लेकर दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार सुनवाई हुई। इस दौरान चुनाव आयोग ने कहा है कि वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने, हटाने या सुधार करने के लिए 30 सितंबर के बाद भी जो आवेदन जमा होंगे, उन पर भी विचार किया जाएगा। गौरतलब है कि दावे और आपत्तियां दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 अगस्त तय की गई थी।
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमल्य बागची की बेंच के सामने चुनाव आयोग ने यह बात कही। गौरतलब है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और असदुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दावे और आपत्तियों के लिए समय-सीमा को बढ़ाने की मांग की थी।
राजद ने अपनी याचिका में कहा था कि चुनाव आयोग की रोज की रिपोर्ट से पता चलता है कि आखिरी हफ्ते में ही एक लाख से ज्यादा फॉर्म जमा हुए हैं और पिछले दो दिनों में 33,349 आवेदन आए हैं। पार्टी ने कहा कि अगर समय नहीं बढ़ाया गया, तो बहुत से ऐसे लोग, जिनके नाम गलती से वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं, वे अपना दावा पेश नहीं कर पाएँगे और इस तरह वोट देने के अधिकार से वंचित रह जाएँगे।
‘नामांकन की आखिरी तारीख तक वोटर लिस्ट में होगा सुधार’
आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि नामंकन की आखिरी तारीख तक वोटर लिस्ट में सुधार का काम जारी रहेगा और सभी आवेदनों को फाइनल लिस्ट में शामिल किया जाएगा। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा चूँकि चुनाव आयोग ने यह भरोसा दिया है कि आवेदन 1 सितंबर के बाद भी जमा किए जा सकते हैं, इसलिए लोगों को अपने आवेदन जमा करते रहना चाहिए।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वोटर लिस्ट की फाइनल लिस्ट 1 अक्टूबर को जारी होगी। रिपोर्ट में चुनाव आयोग के वकील राकेश द्विवेदी के हवाले से यह बात कही गई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर 1 अक्टूबर तक किसी का नाम नहीं जुड़ता है, तो वह उम्मीदवार के नामांकन की आखिरी तारीख तक भी अपना दावा पेश कर सकता है। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट को अपडेट करने का काम अलग है, लेकिन लोगों के आवेदन जमा करने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
सभी जिलों में पैरा-लीगल वालंटियर्स नियुक्त करने का आदेश
कोर्ट ने बिहार लीगल सर्विसेज अथॉरिटी को यह भी निर्देश दिया कि वे कल दोपहर तक सभी जिलों में पैरा-लीगल वालंटियर्स को नियुक्त करें। इन वालंटियर्स के नाम और मोबाइल नंबर भी दिए जाएँगे, ताकि वे लोगों और पार्टियों की ऑनलाइन फॉर्म भरने में मदद कर सकें। इसके बाद हर वालंटियर एक गोपनीय रिपोर्ट जिला जज को सौंपेगा।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने कुछ दिन पहले बताया था कि अब तक 2,27,636 लोगों ने ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर आपत्तियां और दावे दर्ज कराए हैं। इनमें से 29,872 लोगों ने नाम जोड़ने की और 1,97,764 लोगों ने नाम हटाने की अर्जी दी है। सिर्फ पिछले सात दिनों में आयोग ने 33,771 आवेदन निपटाए हैं।
चुनाव आयोग ने कहा था कि इस बार सबसे अच्छी बात यह है कि पहली बार वोट डालने वाले युवा बड़ी संख्या में आगे आ रहे हैं। सिर्फ अगस्त महीने में ही 13,33,793 युवाओं ने फॉर्म-6 भरकर मतदाता बनने के लिए आवेदन किया है। अगर सभी आवेदन मंज़ूर हो जाते हैं तो इस साल 13 लाख से ज्यादा नए वोटर वोटर लिस्ट में जुड़ जाएंगे। आयोग का कहना है कि सिर्फ पिछले हफ्ते में ही 61,248 आवेदन निपटाए गए हैं।