Friday, October 10, 2025
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भाविका मंगलानंदन कौन हैं जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी

न्यूयॉर्क: भारतीय राजनयिक भाविका मंगलानंदन ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के कश्मीर और भारत को लिए दिए बयान पर शुक्रवार को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने पाकिस्तानी पीएम के बयानों को ‘हास्यास्पद’ भी करार दिया।

भारतीय राजनयिक भाविका मंगलानंदन ने यूएनजीए में बोलते हुए कहा, ‘आज सुबह इस सभा ने दुर्भाग्य से एक हास्यास्पद घटना देखी, आतंकवाद, ड्रग्स के व्यापार, अंतरराष्ट्रीय अपराध के लिए वैश्विक रूप से बदनाम और सेना द्वारा संचालित एक देश ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने का दुस्साहस किया।’

भारतीय राजनयिक ने कहा, ‘जैसा कि दुनिया जानती है, पाकिस्तान ने अपने पड़ोसियों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है, इसने हमारी संसद, हमारी वित्तीय राजधानी मुंबई, बाजारों और तीर्थयात्रा मार्गों पर हमला किया। यह लिस्ट बहुत लंबी है, ऐसे देश के लिए कहीं भी हिंसा के बारे में बात करना पाखंड है।’

कश्मीर और आतंकवाद पर भारत की चेतावनी

मंगलानंदन ने कहा, ‘यह और भी असाधारण है कि एक देश जिसका इतिहास धांधली वाले चुनावों का रहा है, वह लोकतंत्र में राजनीतिक विकल्पों के बारे में बात करता है, सच्चाई यह है कि पाकिस्तान हमारे क्षेत्र को लालच भरी निगाह से देखता है। उसने जम्मू और कश्मीर में चुनावों को बाधित करने के लिए लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल किया है, जो भारत का एक अविभाज्य और अभिन्न अंग है।’

भाविका मंगलानंदन ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि पड़ोसी देश को यह एहसास होना चाहिए कि भारत के खिलाफ सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा देने के ‘परिणामों उसे भुगतने होंगे।’

भारतीय राजनयिक ने कहा, ‘एक राष्ट्र जिसने 1960-71 में नरसंहार किया और जो अपने अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्याचार करता है, वह अब भी, असहिष्णुता और भय के बारे में बोलने की हिम्मत रखता है।’

मंगलानंदन ने आगे कहा, ‘हम एक ऐसे देश के बारे में बात कर रहे हैं जिसने लंबे समय तक ओसामा बिन लादेन को पनाह दी, एक ऐसा देश जिसका संबंध दुनिया भर में कई आतंकवादी घटनाओं से रहा है। हम जानते हैं कि पाकिस्तान झूठ को और अधिक दोहराकर सच्चाई का मुकाबला करने की कोशिश करेगा। इससे कुछ भी नहीं बदलेगा। हमारा रुख स्पष्ट है और इसे दोहराने की आवश्यकता नहीं है।’

कौन हैं भाविका मंगलानंदन

भाविका मंगलनंदन एक भारतीय राजनयिक हैं जिन्हें संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में चुना गया है।

भाविका मंगलानंदन ने 2011 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी।

मंगलानंदन वर्तमान में भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र (संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क में भारत के स्थायी मिशन) में आतंकवाद-रोधी और साइबर सुरक्षा मामलों में प्रथम सचिव के तौर पर कार्यरत हैं। वे प्रथम समिति (निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा), जीए कॉर्डिनेशन का भी हस्सा है।

उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार उन्होंने श्निडर इलेक्ट्रिक (Schneider Electric) में सीनियर इंजीनियर मार्केटिंग और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में सहायक सिस्टम इंजीनियर के रूप में भी काम किया हुआ है।

पाकिस्तान के पीएम ने क्या कहा था?

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मोहम्मद शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में भारत पर ‘सीमित युद्ध’ की तैयारी का आरोप लगाते हुए निर्णायक जवाब देने की धमकी दी थी।

शरीफ ने दावा किया कि भारत एक औचक हमला और परमाणु हमले के तहत सीमित युद्ध की तैयारी कर रहा है ताकि वह पाकिस्तान के कब्जे में मौजूद कश्मीर के हिस्से पर कब्जा कर सके।

शरीफ ने यह भी कहा कि ‘भारत ने बिना सोचे-समझे पाकिस्तान के पारस्परिक, रणनीतिक, संयमित शासन के प्रस्तावों को ठुकरा दिया है’ और ‘इसके नेतृत्व ने अक्सर नियंत्रण रेखा पार करने’ और उसके कब्जे वाले क्षेत्रों पर कब्जा करने की धमकी दी है।

यही नहीं, शरीफ ने बातचीत शुरू करने के लिए अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर के संबंध में किए गए बदलावों यानी आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के फैसले को रद्द करने की भी शर्त रखी।

वैसे बता दें कि इस बार पाकिस्तान के अलावा अब तक बोलने वाले विश्व नेताओं में से किसी ने भी कश्मीर का जिक्र तक नहीं किया। यहां तक कि तुर्की ने भी नहीं इसे लेकर कोई बात नहीं की।

(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)

यह भी पढ़ें- ‘भारत को मिलनी चाहिए UNSC में स्थायी सदस्यता’, संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोले फ्रांस के राष्ट्रपति

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