अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एंकोरेज के ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन में हुई मुलाकात को बाद भी यूक्रेन को लेकर कोई बात नहीं बनी। दोनों नेताओं ने लाल कालीन पर एक-दूसरे का हाथ मिलाकर अभिवादन किया। इसके बाद ‘द बीस्ट’ नाम से मशहूर अमेरिकी राष्ट्रपति की लिमोजीन में दोनों सवार हुए और बी-2 स्टील्थ बमवर्षक विमानों और लड़ाकू विमानों को ऊपर से उड़ते हुए देखा।
लगभग ढाई घंटे की बातचीत के बाद पुतिन और ट्रंप ने कैमरों के सामने संक्षिप्त संयुक्त बयान दिए, लेकिन पत्रकारों से किसी तरह का सवाल नहीं लिया। कुल मिलाकर गर्मजोशी भरे दिख रहे इन मुलाकात के बावजूद इस बैठक में कोई ठोस समझौता नहीं हो पाया। ट्रंप ने कहा, ‘हमारी बैठक बेहद सार्थक रही और कई बिंदुओं पर सहमति बनी,’ लेकिन बाद में उन्होंने स्वीकार किया, ‘हम वहाँ तक नहीं पहुँच पाए।’ इस मीटिंग को लेकर और क्या कुछ बातें सामने आई हैं, आईए 10 प्वाइंट में जानते हैं।
ट्रंप और पुतिन की अलास्का में मुलाकात की 10 बड़ी बातें
1. बैठक के बाद ट्रंप ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हम जिस समझौते पर पहुंचे हैं, वह हमें उस लक्ष्य (समाधान खोजने) के और करीब लाने में मदद करेगा और यूक्रेन में शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा। मुझे लगता है कि हमारी बैठक बहुत ही उपयोगी रही। ऐसे कई मुद्दे थे जिन पर हम (राष्ट्रपति पुतिन और मैं) सहमत हुए।’
2. ट्रंप ने रहस्यमय ढंग से कहा, ‘कुछ बड़े समझौते ऐसे हैं जिन तक हम अभी तक नहीं पहुंच पाए हैं, लेकिन हमने कुछ प्रगति की है। एक समझौता शायद सबसे महत्वपूर्ण है, लेकिन हमारे पास उस तक पहुंचने की बहुत अच्छी संभावना है। हम वहां तक नहीं पहुंच पाए, लेकिन हमारे पास वहां पहुंचने की बहुत अच्छी संभावना है।’
3. ट्रंप ने आगे कहा, ‘मैं नाटो और उन सभी लोगों को फोन करूंगा जिन्हें मैं उपयुक्त समझता हूं, और निश्चित रूप से, राष्ट्रपति (वोलोदिमिर) जेलेंस्की को फोन करके उन्हें आज की बैठक के बारे में बताऊंगा।’
Trump just flew a B-2 stealth bomber over Putin’s head…
Absolutely incredible. pic.twitter.com/2bsnssRv9f
— Geiger Capital (@Geiger_Capital) August 15, 2025
4. शिखर सम्मेलन में जाते हुए ट्रंप ने ये भी कहा कि वह यूक्रेन की ओर से बातचीत नहीं करेंगे, और समझौता करना जेलेंस्की पर निर्भर है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इसलिए जब तक समझौता नहीं हो जाता, तब तक कोई समझौता नहीं है।’
5. पुतिन ने कहा, ‘हमें टकराव से बातचीत की ओर बढ़ने के लिए स्थिति में सुधार करना होगा। इन परिस्थितियों में यह कितना भी अजीब लगे, हमारी (रूस और यूक्रेन की) जड़ें एक ही हैं और जो कुछ भी हो रहा है वह हमारे लिए एक त्रासदी और एक भयानक घाव है। इसलिए, देश ईमानदारी से इसे समाप्त करने में रुचि रखता है।’
6. अलास्का के एंकोरेज में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा, ‘मैं राष्ट्रपति ट्रंप से सहमत हूं कि यूक्रेन की सुरक्षा जरूरी है और हम इस पर काम करने को तैयार हैं।’ पुतिन ने उम्मीद जताई कि ट्रंप के साथ हुई बातचीत से यूक्रेन में शांति का रास्ता खुलेगा।
7. पुतिन ने कहा कि युद्ध तभी खत्म हो सकता है जब इसके ‘मूल कारणों’ को दूर किया जाए। उनका कहना था कि यूक्रेन का मामला सीधे-सीधे रूस की सुरक्षा से जुड़ा है और यूरोप व दुनिया में सुरक्षा का संतुलन बहाल करने के लिए रूस की चिंताओं पर ध्यान देना होगा। हालांकि पुतिन ने यह साफ नहीं किया कि ‘मूल कारणों’ से उनका क्या आशय है।
8. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पुतिन ने शुक्रवार को अलास्का में अपनी बैठक में ‘विश्वास के माहौल’ के लिए ट्रंप को धन्यवाद भी दिया। रूसी समाचार एजेंसी टीएएसएस की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने ट्रंप के साथ बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं ट्रंप को साथ मिलकर काम करने और बातचीत में एक दोस्ताना और भरोसेमंद माहौल बनाए रखने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मुख्य बात यह है कि दोनों पक्ष परिणाम हासिल करने के लिए दृढ़ थे।’
President Trump and Russian President Putin rode together in “The Beast” after arriving in Alaska for their high-stakes summit about the war in Ukraine.
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— ABC News (@ABC) August 15, 2025
9. यहां ये भी गौर करना दिलचस्प है कि 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद और वर्षों बाद व्लादिमीर पुतिन की अमेरिकी धरती की यात्रा और अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ उनकी सार्वजनिक मुलाकात ने जबर्दस्त चर्चा बटोरी है।
पुतिन को किसी प्रमुख राष्ट्रपति शिखर सम्मेलन के लिए अमेरिका आए हुए लगभग एक दशक हो गया था।
10. पुतिन ने एक और दिलचस्प बात कही। उन्होंने दावा किया कि अगर डोनाल्ड ट्रंप सत्ता में होते, तो वे यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करते। अलास्का में लगभग तीन घंटे चली शिखर वार्ता के बाद पुतिन ने यह तीखी टिप्पणी की। पुतिन ने कहा, ‘आज यह एक बड़ी भूल है, जब राष्ट्रपति ट्रंप कह रहे हैं कि अगर वे उस समय राष्ट्रपति होते, तो युद्ध नहीं होता- और मुझे पूरा यकीन है कि ऐसा ही होता, इसलिए मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूँ।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि कुल मिलाकर, मैंने और राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बहुत अच्छा व्यावसायिक (संबंध) बनाया है।’ ट्रंप ने इस पर पुतिन की टिप्पणी का सीधे तौर पर जवाब नहीं दिया, लेकिन अपना रुख दोहराया, ‘यह मेरा युद्ध नहीं है। यह बाइडेन का युद्ध है। बाइडेन ने इसे बिगाड़ दिया…’
(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)