दिल्ली में शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र में विकास परियोजनाओं की समीक्षा के लिए आयोजित एक आधिकारिक सरकारी बैठक में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता की मौजूदगी को लेकर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। इस बैठक में मुख्यमंत्री भी मौजूद थी और उन्होंने इसकी तस्वीर भी रविवार को सोशल मीडिया पर साझा की थी। अब आम आदमी पार्टी (आप) ने इसे असंवैधानिक करार दिया है।
सीएम रेखा गुप्ता ने रविवार को एक्स पर लिखा, ‘आज मुख्यमंत्री जनसेवा सदन में शालीमार बाग विधानसभा में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से क्षेत्र में जारी कार्यों की प्रगति का आकलन करें और तय समयसीमा पर विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट दें। साथ ही, पूर्ण एवं लंबित परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा, भूमि उपयोग से जुड़े विभागीय मुद्दों के समाधान के लिए दिशा-निर्देश दिए गए।’
पोस्ट में आगे लिखा गया, ‘शालीमार बाग में जलभराव वाले क्षेत्रों में हार्वेस्टिंग प्वॉइंट्स स्थापित किए जाएंगे। बाजारों को पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और झुके या टेढ़े पेड़ों को हटाने की कार्यवाही शुरू होगी। जनहित के कार्यों की सतत समीक्षा और समयबद्ध पूर्णता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।’
इस बैठक में रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता भी मौजूद रहे जो शालीमार बाग में एक व्यवसायी हैं। इसे लेकर राजनीतिक हंगामा मचा है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाया कि रेखा गुप्ता ने अपने पति को बैठक में क्यों आने दिया। उन्होंने इसकी तुलना मशहूर ‘पंचायत’ वेब सीरीज में दिखाए गए गाँव ‘फुलेरा’ से की, जहाँ महिला प्रधान के पति का दबदबा रहता है।
उन्होंने कहा, ‘जैसे फुलेरा की पंचायत में महिला प्रधान के पति प्रधान की तरह काम करते थे , आज दिल्ली में CM के पति आधिकारिक मीटिंग में बैठ रहे हैं। ये पूरी तरह से असंवैधानिक है। देश की राजधानी में प्रजातंत्र और संविधानिक व्यवस्था का इस तरह मजाक बनाया जा रहा है। परिवारवाद पर पानी पी-पी कर कांग्रेस को गालियों देने वाली भाजपा बयाये- ये परिवारवाद नहीं है तो क्या है?’
वहीं, आप नेता संजय सिंह ने भी एक्स पर लिखा, ‘फुलेरा पंचायत में आपका स्वागत है। मोदी जी ने दिल्ली में दो CM बना दिया है। रेखा गुप्ता CM उनका पति सुपर CM मोदी जी की BJP ने 6 महीने में दिल्ली का कबाड़ा कर दिया।’
‘आप’ के आरोपों पर भाजपा का जवाब
इस बीच भाजपा ने आप के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि रेखा गुप्ता के पति का सरकारी बैठक में हिस्सा लेने में कुछ भी गलत नहीं था। भाजपा के हरीश खुराना ने एनडीटीवी से कहा, ‘सबसे पहले, मनीष गुप्ता न केवल रेखा गुप्ता के पति हैं, बल्कि वह शालीमार बाग के निर्वाचन क्षेत्र की भी देखभाल करते रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘वह एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर इसकी देखभाल कर रहे है। उन्होंने लोगों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। एक प्रतिनिधि के तौर पर, वह वहाँ बैठ सकते हैं। बैठक सिर्फ अधिकारियों के लिए नहीं थी। कुछ स्थानीय निवासी भी वहाँ बैठे थे।’
इससे पहले इसी साल अप्रैल में भी ऐसा ही विवाद हुआ था जब मनीष गुप्ता नगर निगम, दिल्ली जल बोर्ड और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की एक सरकारी बैठक में नजर आए थे। जबकि मुख्यमंत्री मौजूद नहीं थीं। तब आप नेता और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने गुप्ता के पति पर अनौपचारिक रूप से सरकार चलाने का आरोप लगाया था।