Friday, October 10, 2025
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‘मन की बात’: प्रधानमंत्री मोदी के 10 बड़े संदेश, युवाओं से लेकर प्रवासी भारतीयों तक पर जोर

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 116वीं कड़ी में रविवार को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि 11-12 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद’ का आयोजन होगा।

इसमें गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले युवाओं को राजनीति से जोड़ने की पहल की जाएगी। यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होगा। उन्होंने प्रवासी भारतीयों की प्रेरणादायक कहानियों पर जोर देते हुए उनकी उपलब्धियों को साझा करने का भी आग्रह किया।

साथ ही एनसीसी कैडेट्स, डिजिटल सुरक्षा और भारतीय विरासत को संरक्षित करने जैसे विषयों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में किन किन मुद्दों पर चर्चा की है, आइए 10 प्वांइट में इसे समझते हैं।

‘मन की बात’ के 10 महत्वपूर्ण प्वाइंट

1-विकसित भारत युवा नेता संवाद:
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि 11-12 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद’ का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम विशेष रूप से ऐसे युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए है, जिनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है।

देशभर से चुने गए 2,000 युवा इसमें भाग लेंगे, जो गांव, ब्लॉक और जिलों से चयनित होंगे। यह पहल युवाओं को नेतृत्व के अवसर प्रदान करने और राष्ट्रीय विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम है।

2-स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती:
प्रधानमंत्री ने बताया कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती को विशेष रूप से मनाया जाएगा। उन्होंने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की। यह कार्यक्रम विवेकानंद के आदर्शों के साथ युवाओं को प्रेरित करने और उनके नेतृत्व कौशल को निखारने के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।

3-गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले युवाओं के लिए पहल:
मोदी ने लाल किले से की गई अपनी अपील को याद दिलाते हुए कहा कि ऐसे एक लाख युवाओं को राजनीति में लाने का लक्ष्य है जिनके परिवार की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है।

इस पहल के तहत कई विशेष अभियान चलाए जाएंगे, ताकि नई पीढ़ी को राजनीति में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया जा सके। ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद’ इस दिशा में एक बड़ी शुरुआत है।

4-एनसीसी की भूमिका और सराहना:
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की सराहना करते हुए इसे अनुशासन, नेतृत्व और सेवा का प्रतीक बताया। उन्होंने अपने एनसीसी कैडेट रहने के अनुभव साझा किए और इसे युवाओं के लिए एक अमूल्य अवसर बताया। उन्होंने कहा कि एनसीसी युवा पीढ़ी को आत्मविश्वास और राष्ट्रसेवा की भावना से जोड़ने में अहम भूमिका निभाता है।

5-डिजिटल सुरक्षा और बुजुर्गों की मदद:
प्रधानमंत्री ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसे साइबर अपराधों पर चर्चा करते हुए कहा कि बुजुर्ग इस प्रकार के अपराधों के सबसे अधिक शिकार होते हैं। उन्होंने लखनऊ और अहमदाबाद के युवाओं के उदाहरण दिए, जो बुजुर्गों को डिजिटल साक्षरता और साइबर अपराधों से बचाने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने जनता से बुजुर्गों को साइबर धोखाधड़ी से बचाने में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।

6-प्रवासी भारतीयों की प्रेरक कहानियां:
मोदी ने दुनिया भर में बसे प्रवासी भारतीयों की उपलब्धियों और संघर्ष की कहानियों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है और भारतीय संस्कृति को जीवित रखा है। उन्होंने लोगों से ‘नमो ऐप’ और ‘माईजीओवी’ पर ऐसी प्रेरक कहानियां साझा करने की अपील की, ताकि भारत के योगदान को वैश्विक स्तर पर बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया जा सके।

7-गुयाना का ‘लघु भारत’:
प्रधानमंत्री ने अपनी हाल की गुयाना यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भारतीय मूल के लोग हर क्षेत्र में नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 180 साल पहले भारत से लोगों को गुयाना ले जाया गया था, और अब वे वहां की राजनीति, व्यापार और शिक्षा में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली को भारतीय विरासत पर गर्व करने वाला नेता बताया।

8-ओमान की ऐतिहासिक परियोजना:
मोदी ने ओमान में भारतीय समुदाय के ऐतिहासिक दस्तावेजों को संरक्षित करने की परियोजना का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 1838 से संबंधित डायरियां, खाता-बही और पत्र जैसे हजारों दस्तावेज संग्रहित किए गए हैं। यह अभियान भारतीय विरासत को संरक्षित करने का एक अनूठा प्रयास है, जिसमें ओमान स्थित भारतीय दूतावास और राष्ट्रीय अभिलेखागार का योगदान है।

9-‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान:
प्रधानमंत्री ने इस अनूठी पहल की चर्चा करते हुए कहा कि पूरे देश से इसे जबरदस्त समर्थन मिला। लोगों ने बड़े उत्साह से अपने माता-पिता के सम्मान में पौधे लगाए। इस अभियान ने न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया बल्कि परिवार और समाज के बीच एक मजबूत भावनात्मक संबंध भी स्थापित किया।

10-युवाओं से अपील:
पीएम मोदी ने युवाओं को भारत का भविष्य निर्माता बताते हुए उनसे अपने विचार साझा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश को विकसित बनाने के लिए युवाओं का सक्रिय योगदान बेहद जरूरी है। ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद’ जैसे कार्यक्रम युवाओं को सीधे प्रधानमंत्री और विशेषज्ञों के साथ संवाद का अवसर प्रदान करेंगे।

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